पटना : बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश किए गए अंतिम पूर्ण बजट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह बजट पूर्णतया निराशाजनक और फीका रहा। राज्य समेत देश की जनता के आशाओं पर पानी फेरने वाला रहा क्योंकि टैक्स स्लैब में छूट तब प्रासंगिक होता जब कोरोना से बेरोजगार हुए लोगों के रोजगार के लिए यह सरकार बजट में कुछ विशेष प्रावधान करती। इस बजट को अमीरों का बजट बताते हुए बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि छोटे एवं मंझोले व्यवसायियों के लिए इस बजट में कुछ नहीं रहा वहीं बिहार जैसे पिछड़े राज्य के लिए इस बजट में विशेष पैकेज की भी घोषणा नहीं की गई।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार के लिए रेलवे जीवन रेखा है और बिहार में कोई नई रेल परियोजना या आमजन के लिए नई ट्रेनों की योजना का नहीं होना निराशाजनक है। देश में जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं उनके अनुसार बजट को बनाना भाजपा की नीति बताती है कि वो चुनावी बजट बनाकर लोकलुभावन रूप में पेश कर रही है। पिछले 8 साल से मोदी सरकार जनित बेरोजगारी सहित कोरोना से उपजे 9 करोड़ बेरोजगारी को दूर करने के लिए बजट में विशेष प्रावधान का न होना आश्चर्यजनक है। साथ ही अडानी ग्रुप के द्वारा एलआईसी सहित भारतीय बैंकों के पैसों को डुबाने वाले कृत्य पर उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने अपने पूंजीपति मित्रों के लिए बजट में केवल विशेष प्रावधान लाकर पैसे जुटाते हैं ताकि आम लोगों की गाढ़ी कमाई को लूटने में उनके मित्रों को आसानी हो। यह सरकार बजट से लेकर अपनी नीतियों में आम लोगों के खिलाफ ही रहती है।