पटना : युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललन कुमार एंव समाजसेवी सयैद इफ्तेखार अहमद उर्फ पप्पू ने केन्द्र सरकार सभी संवैधानिक संस्थाओं पर अपना दबदबा कायम कर अपनी मनमानी करवाने पर तुली हुई है। केन्द्र की मोदी सरकार से सभी संवैधानिक संस्थाओं को खतरा उत्पन्न हो गया है। ये अपनी मनमानी कर सभी संवैधानिक संसर््थाओं से अपना फायदा हेतु काम करवाना चाह रहे हैं।
इनकी मनमानी से परेशान होकर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल जो उनके गृह क्षेत्र के ही थे परेशान होकर त्याग पत्र देने का काम किया है। रिजर्व बैंक जैसे वितिय संवैधानिक संस्थाओं को उलट-पुलट करने पर तुले हुए थे। शशिकांत दास अब जो नये गवर्नर रिजर्व बैंक के बनाये गये हैं उनकी योग्यता पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं।
जबकि विदित हो कि सीबीआई जैसे सर्वोच्च जांच टीम जैसे संवैधानिक संस्थाओं को भी मोदी जी ने राजनैतिक इस्तेमाल करने का काम कर रही है और यह सुप्रीम कोर्ट में बंद लिफाफे में दर्ज हो गयी की लालू जी एवं उनके परिवार को फंसाने के लिए किस प्रकार षड्यंत्र रचा गया और उसका गलत इस्तेमाल किया गया जब सीबीआई के निदेशक ने राफेल पर जांच का आदेश दिया गया तो उनको छुट्टी पर भेज दिया गया। इसी प्रकार चुनाव आयोग समेत कई संस्थाओं पर दबदबा बनाकर उसे पंगु बनाने का काम किया है जो कि चिंता का विषय है। पूरे देश की जनता नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए कमर कस चुकी है और 2019 के लोकसभा चुनाव में पटखनी देने को तैयार है।