पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि न्यायालय से फटकार सुनने का रिकार्ड भी शायद नीतीश कुमार बना चुके है। मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड, चमकी बुख़ार, शराबबंदी, बढ़ते अपराध, बदहाल शिक्षा-स्वास्थ्य व्यवस्थाए जर्जर सडक़े इत्यादि पर कोर्ट द्वारा अनेकों बार तल्ख़ और सरकार के कामकाजी रवैये के प्रतिकूल टिप्पणी की है।
यहां तक इस सरकार को शर्मनाक और अमानवीय तक करार दिया है लेकिन विज्ञापन के भयादोहन वाले आवरण से सदैव खुद को ढके रखने वाले प्रचार बाबू को इन टिप्पणियों से क्या? श्री देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री अगर सही कार्य कर रहे है तो उन्हें माननीय कोर्ट द्वारा उनकी अव्यवस्थाओं के विरुद्ध उठाए जा रहे सवालों पर अविलंब जवाब देना चाहिए।
मुख्यमंत्री की कार्यशैली के चलते लगभग प्रतिदिन हर विभाग का प्रधान सचिव कोर्ट में खड़ा रहता है। ना विभागीय कार्य हो पाता और ना समस्या का समाधान। जनता अब इनके सूशासनी मेकअप और कवर-अप समझ चुकी है।? इनके अब गिनती के दिन बचे है।