चुनावी नतीजे आने के बाद बंगाल की हिंसा टीएमसी की प्रायोजित रणनीति का हिस्सा है : तारकिशोर प्रसाद - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चुनावी नतीजे आने के बाद बंगाल की हिंसा टीएमसी की प्रायोजित रणनीति का हिस्सा है : तारकिशोर प्रसाद

बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने चुनावी नतीजे आने के बाद पं० बंगाल में जारी हिंसा और क्रूरता पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।

पटना : बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने चुनावी नतीजे आने के बाद पं० बंगाल में जारी हिंसा और क्रूरता पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने कहा कि चुनाव के नतीजे आने के बाद से पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के दफ्तरों में आगजनी, भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगातार हो रहे हमले और हत्याएं, भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता की जो स्थिति सामने आई है, वह सब तृणमूल कांग्रेस की प्रायोजित रणनीति का हिस्सा है। इन घटनाओं को पूरे देश ने देखा है। 
उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां देश कोरोना के संक्रमण से जूझ रहा है, वहीं दूसरी ओर बंगाल में ऐसा अलोकतांत्रिक मंजर कल्पना से परे है। दिनदहाड़े बीजेपी  महिला कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी एवं अभद्रता सरेआम देखी जा रही रही है। पश्चिम बंगाल में महिला मुख्यमंत्री के रहते महिलाओं के साथ इस प्रकार के अत्याचार और अपमान बिल्कुल शर्मनाक है। हम बंगाल की इन घटनाओं की घोर निंदा करते हैं।
उप मुख्यमंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकतंत्र में जीत और हार एक नैसर्गिक प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जीत की अपनी गरिमा और शालीनता होती है परंतु पश्चिम बंगाल में जो हालात हैं, उससे स्पष्ट है कि वहां लोकतांत्रिक मर्यादाओं का गला घोंटा जा रहा है। बंगाल में प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं बची है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को घटनास्थल पर नहीं जाना चाहिए था ? क्या पश्चिम बंगाल के डीजीपी को तलब नहीं किया जाना चाहिए था, परंतु विडंबना तो इस बात की है कि तृणमूल कांग्रेस के आला नेताओं का बयान भी उकसाने वाला है और इस बात का संकेत है कि सब कुछ राज्य में सत्ता पक्ष द्वारा प्रायोजित है और बंगाल में डर और दहशत का माहौल पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ऐसे कुत्सित मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देगी।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि आप बिल्कुल घबराए नहीं, पार्टी और संगठन आपकी संवेदनाओं के साथ खड़ा है। भारतीय जनता पार्टी आज अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत और लगन के बदौलत ही पश्चिम बंगाल की मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी है। कार्यकर्ताओं की शहादत को हम व्यर्थ नहीं जाने देंगे। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को बंगाल की जनता के साथ किये जा रहे इन अपमानों और क्रूरताओं का पूरा हिसाब देना होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

4 × 3 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।