पटना : राजद के प्रदेश अध्यक्ष डा. रामचन्द्र पूर्वे ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में आज काफी भयावह स्थिति पैदा हो गई है। उतरी बिहार में चमकी बुखार के कारण अब तक सौ से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं लू लगने से अब तक दर्जनों लोग अपनी जान गॅवा बैठे हैं। पूरा प्रदेश भयंकर सूखे की चपेट में आ चुका है। लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। कानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है।
इस विकट परिस्थिति में भी राज्य और केन्द्र की सरकार मूकदश्र्ज्ञक बनी हुई है। सरकार के स्तर पर परस्थितियों का मुकाबला करने के लिए अभी तक कोई सार्थक पहल नहीं करना काफी चिन्ता का विषय है। राजद नेता ने कहा कि कल मैं अपने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मुजफ्फरपुर स्थित श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल और केजरीवाल अस्पताल जाकर वहां भर्ती किये गये बच्चों को देखा साथ हीं प्रभावित परिवारों से भी मिला।
जिस अनुपात में वहां बच्चे आ रहे हैं उस अनुपात में आईसीयू और बेड उपलब्ध नहीं है। जेनरल वार्ड में ही बच्चों को रखा जा रहा है। यह बीमारी कोई पहली बार नहीं हुआ है। पिछले दस वर्षों से प्रति वर्ष दर्जनों बच्चे इसके शिकार होते रहे हैं इसके बावजूद अब तक इसके बचाव और ईलाज के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं होना दूर्भाग्यपूर्ण है।
इस वश्र्ज्ञ तो यह काफी भयावह रूप धारण कर चुका है और इसका फैलाव बढ़ता जा रहा है। राजद द्वारा संज्ञान में लिये जाने के बाद सरकार में हलचल की शुरूआत हुई है और मंत्रियों का दौरा शुरू हो चुका है। पर अभी तक मुख्यमंत्री का वहां नहीं जाने का कारण समझ से परे है। सरकार यदि समय से सजग होती तो शायद बहुत से बच्चों की जान बच सकती थी। इतने बच्चों की मौत के बाद सरकार की सक्रियता उसके संवेदनहीनता का पराकाष्ठा है। आज इस संबंध में बिहार सरकार के एक मंत्री का बयान सरकारी संवेदनहीनता का उदाहरण है।
राजद नेता ने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों से दर्जनों लोगों की लू से मरने की खबर है। अस्पतालों में लू से प्रभावित लोगों के ईलाज के लिए समुचित व्यवस्था का घोर अभाव है। पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था आज खुद आईसीयू में पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि आज पूरा प्रदेश भयंकर सूखे की चपेट में है।
पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है। बोरिंग काम नहीं कर रहा है, चापाकल से पानी नहीं आ रहा है। अधिकांश तालाब और पोखर सूख गये हैं। लोगों को आज पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। पानी के अभाव में मवेशी मर रहे हैं। राज्य के अधिकांश हिस्सों में त्राहिमाम की स्थिति पैदा हो गई है। पर इन संभावित परिस्थितियों से मुकाबला करने के लिए सरकार द्वारा कोई कारगर कदम नहीं उठाया जाना उसकी विफलता है। अधिकांश राजकीय नलकूप वर्षों से खराब पड़ा हुआ है। सुखाड़ के दिनों में पहले छोटी-छोटी नदियों में नहर के द्वारा पानी पहुंचाया जाता था जिससे लोगों को काफी राहत मिलती थी। इस बार इतनी भयंकर सुखाड़ के बावजूद वाया सहित अन्य नदियों में अभी तक पानी नहीं छोड़ा गया है। अधिकांश नहर आज भी सूखे हैं।
राजद नेता ने कहा कि आज बिहार में लोग भगवान भरोसे जी रहे हैं। कानून व्यवस्था दिन प्रति दिन खराब होती जा रही है। सरकार के गलत नीतियों और संरक्श्ज्ञण के कारण आज अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ गया है। वहीं अनावश्यक हस्क्षेप से पुलिस के मनोबल पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। सिस्टम और पुलिस कहीं दिखाई नहीं पड़ता। हत्या, लूट, बलात्कार, राहजनी जैसी घटनाएं बिहार की नियति बन चुकी है।
इन सारे सवालों को लेकर सरकारी तंद्रा को तोडऩे के लिए राष्ट्रीय जनता दल द्वारा आगामी 24 जून को सभी जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना दिया जायेगा और जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जायेगा। पत्रकार सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्श अशोक कुमार सिंह, प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता और प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन भी उपस्थित थे।