मुजफ्फरपुर में शिक्षा विभाग का एक अनोखा मामला प्रकाश में आया है। इंटर परीक्षा में सेवानिवृत और मृत शिक्षकों को भी ड्यूटी में लगा दिया गया है। एनआईसी से निकली वीक्षको की सूची जब कई केन्द्रों पर पहुंची तो केन्द्राधीक्षक हैरान रह गए मुजफ्फरपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एक मृत शिक्षिका को इंटर की परीक्षा में ड्यूटी कार्य करने का आदेश पारित किया है।
सितंबर में शिक्षिका की मृत्यु
मुजफ्फरपुर के कुढ़नी प्रखंड अंतर्गत मनियारी बालक में पदस्थापित विभा कुमारी शिक्षिका गंभीर बीमारी से पीड़ित थी और पिछले वर्ष सितंबर में शिक्षिका की मृत्यु हो गई। शिक्षा विभाग ने उसी महिला को ड्यूटी करने का आदेश दिया है।
स्कूल के प्रधान शिक्षक का बयान
प्राथमिक विद्यालय बालक मनियारी को जब यह आदेश पत्र प्राप्त हुआ तब विद्यालय के प्रधान शिक्षक उमेश कुमार दिवाकर ने एक पत्र लिखकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से शिक्षा विभाग को दुबारा यह सूचित किया है की उक्त शिक्षिका की मृत्यु हो चुकी है ।
कहां हुई लापरवाही
दरअसल पूरा वाकया विभाग की लापरवाही की वजह से हुआ है। जब शिक्षिका की मृत्यु हुई तभी संबद्ध विद्यालय ने शिक्षा विभाग को यह सूचित किया की उक्त शिक्षिका की आकस्मिक मृत्यु हो गई है। विभाग ने शिक्षिका का वेतन भेजना तो बंद कर दिया पर पुरानी सूची से शिक्षिका का नाम नही हटाया ।
शिक्षकों की सूची रिपोर्ट के साथ भेजी गई
डीईओ ने कहा कि केन्द्र पर से ऐसे शिक्षकों की सूची रिपोर्ट के साथ भेजी गई है। एनआईसी से प्रखंडों से भेजी सूची पर ही प्रतिनियुक्ति होती है। गलती किस स्तर पर हुई है अब इसकी जांच कराई जाएगी।