बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की राज्यसभा सांसद एवं लोकसभा चुनाव में पाटलीपुत्र से उम्मीदवार रही मीसा भारती के ग्रामीण क्षेत्र में सांसद निधि की योजनाएं रद्द करने पर कटाक्ष करते हुये आज कहा कि जिस दल के जनप्रतिनिधि चुनाव हारने पर सांसद निधि से अनुशंसित योजनाएं रद्द कर जनता से बदला लेने की मानसिकता रखते हों, वे किस मुंह से गरीबों के वोट पर हक जमाते हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर किसी का नाम लिये बगैर ट्वीट किया, ‘‘जिस दल के जनप्रतिनिधि चुनाव हारने पर सांसद निधि से अनुशंसित योजनाएं रद्द कर जनता से बदला लेने की मानसिकता रखते हों, वे किस मुंह से गरीबों के वोट पर हक जमाते हैं।
जब महागठबंधन के घोर स्वार्थी चरित्र को लोगों ने खारिज कर दिया, तब वे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर खीझ उतार रहे हैं।’’ गौरतलब है कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती ने हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में पाटलिपुत्र सीट पर मिली हार के तुरंत बाद अपनी सांसद निधि से 15 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की मंजूरी वापस ले ली है।
श्री मोदी ने कहा कि केंद्र और बिहार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकारों ने सेवा भाव के साथ विकास की जो कार्य संस्कृति गढ़ है, उसमें हर काम केवल चुनाव पर नजर रख कर नहीं होता। दूसरी तरफ राजद-कांग्रेस का चरित्र है, जहां सत्ता मिलते ही हर काम का रेट तय हो जाता है और सांसद चुनाव करीब आने पर योजनाओं को मंजूरी देते हैं।
उप मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट््वीट में कहा कि बिहार की सड़क एवं महासेतु परियोजनाओं को केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने से पटना में गांधी सेतु के समानान्तर 2900 करोड़ रुपये की लागत से नया सेतु बनेगा और आरा-मोहनिया सड़क को फोर लेन पथ में बदला जाएगा।
उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से वर्तमान सड़कों-सेतुओं पर दबाव कम होगा, जाम से राहत मिलेगी, राज्य में कनेक्टिविटी बढ़गी और हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। श्री मोदी ने कहा कि हाल के संसदीय चुनाव में राज्य की जनता ने जितनी मजबूती से राजग का समर्थन किया, उसके अच्छे परिणाम विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी के रूप में मिलने लगेंगे।