बॉलीवुड अभिनेत्री और भारत की पहली मिस यूनिवर्स, सुष्मिता सेन महिला सशक्तीकरण के हक में लगातार आवाज उठाती रही हैं। 45 वर्षीय ने 1994 में मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम कर देश को गौरवान्वित किया था।
18 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स पेजेंट जीतने से लेकर 24 साल की उम्र में एक बच्ची को गोद लेने तक, यह कहना गलत नहीं होगा कि सुष्मिता ने बिना किसी पछतावे के अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जीने की हिम्मत की। और शायद यही वजह है कि उनके फैंस ही नहीं बल्कि साथ काम कर चुके लोग भी उनकी तारीफ करते हैं।
ऐसी ही एक चैरिटेबल कार्यक्रम के दौरान सुष्मिता सेन ने अपने साथ हुई चौंकाने वाली घटना का जिक्र किया। सुष्मिता ने कहा कि, ‘लोगों को लगता है कि हमारे साथ बॉडीगार्ड होते हैं, हम बड़े शहरों से हैं तो हम मोलेस्टेशन का शिकार नहीं होते। लेकिन, ऐसा नहीं है, 10 बॉडीगार्ड होने के बावजूद भी एक सेलेब्रिटी होने के नाते हम रोज़ 100 तरह के आदमियों की गलत निगाह को झेलते हैं। हम जानते हैं कि ये सभी हमें ग़लत निगाह से देख रहे हैं, लेकिन हम कुछ नहीं कर सकते’।
आगे एक्ट्रेस ने बताया, ‘6 महीने पहले एक अवॉर्ड फंक्शन की ही बात है जब मीडिया भी वहां मौजूद थी। एक 15 साल के लड़के ने मेरे साथ छेड़छाड़ करने कोशिश की। क्योंकि इतने सारे लोग थे तो उसे लगा कि मुझे पता नहीं चलेगा कि कौन क्या कर रहा है। तभी मैंने उसका हाथ पकड़कर आगे खींचा तो मैं ये देखकर शॉक्ड हो गई कि वो सिर्फ 15 साल का बच्चा था। मैं चाहती तो बहुत कुछ कर सकती थी, लेकिन वो सिर्फ 15 साल का था, इसलिए मैंने उसे गर्दन से पकड़ा और बाहर ले गई। मैंने उससे कहा कि अगर मैं यहां कुछ बोलती हूं या रोती हूं, तो उसका बुरा हाल हो सकता है। उसने पहले तो गलती करने से इनकार किया, लेकिन फिर मेरे सख्ती दिखाने पर उसे अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने माफी मांगी और मुझसे वादा किया कि वह फिर ऐसा नहीं करेगा।’
मैंने उससे कहा कि अगर उसने फिर से कभी ऐसा किया, तो मैंने उसका चेहरा देख लिया है। इसलिए हमें सेल्फ डिफेन्स सीखना चाहिए। जो लोग छेड़छाड़ से भी आगे जाकर लड़कियों के साथ दुष्कर्म करते हैं उन्हें तो फांसी पर लटका देना चाहिए’।