बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी की अपकमिंग फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ इन दिनों काफी चर्चो में छिड़ी हुई हैं। फिल्म को लेकर कई रोक-टोक होते हुए भी देखा जा रहा हैं। और अब हाल ही में आसाराम बापू की तरफ से ईद फिल्म को एक कानूनी नोटिस भी मिला है।
मामले में आसाराम बापू ने कोर्ट से फिल्म की रिलीज और इसके ट्रेलर पर रोक की मांग की है। जिसके बाद उनकी इस मांग के सिलसिले पर अब फिल्म के प्रोड्यूसर आसिफ शेख ने इसका जवाब दिया है। उनका कहना है कि फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा सच क्या है।
जोधपुर की एक निचली अदालत ने 2013 में एक आश्रम में आसाराम बापू को दुष्कर्म के मामले में दोषी करार दिया गया था और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। ये केस अबतक अदालत में चल रहा हैं।
क्यों बोले- ‘फिल्म बताएगी सच’?
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए निर्माता आसिफ शेख ने कहा, “हां, हमें नोटिस मिला है और हमारे वकील अगला कदम उठाएंगे. हमने पीसी सोलंकी पर एक बायोपिक बनाई है और मैंने इस फिल्म को बनाने के लिए उनसे अधिकार खरीदे थे. अब अगर कोई कह रहा है कि फिल्म उन पर आधारित है, तो वे जो सोच सकते हैं और हम उसे रोक नहीं सकते. केवल फिल्म ही सच बता पाएगी, जब ये सामने आएगी.”
आखिर नोटिस में क्या लिखा आसाराम ने
रिपोर्ट के मुताबिक, आसाराम ने कोर्ट से फिल्म के प्रमोशन और रिलीज पर रोक लगाने की मांग भी की थी। उनके वकीलों ने इस बात पर दावा किया कि फिल्म उनके मुवक्किल के प्रति अत्यधिक आपत्तिजनक और मानहानिकारक है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल कर सकती है और उनके अनुयायियों की भावनाओं को प्रभावित कर सकती है। जिसके चलते फिल्म को रिलीज़ ना किया जाये।
जानिए क्या है फिल्म की कहानी?
फिल्म के ट्रेलर में एक डिस्क्लेमर है जिसमें कहा गया है कि यह वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरित है। एक कोर्टरूम ड्रामा सिर्फ एक बंदा काफी है दीपक किंगरानी द्वारा लिखी गयी है। ये एक उच्च न्यायालय के वकील की कहानी है, जिसने अकेले ही POCSO अधिनियम के तहत एक नाबालिग के साथ बलात्कार का मामला लड़ा।