करण जौहर बॉलीवुड के एक
ऐसे फिल्म निर्माता है जो अपनी फिल्मों के जरिए स्टारकिड्स को ल़ॉन्च करने के लिए
मशहूर है। वैसे तो इंडस्ट्री में उनकी हर एक के साथ काफी अच्छी बॉन्डिंग है ,लेकिन
स्टारकिड्स के साथ उनके लगाव से भी हर कोई
वाकिफ है। करण जौहर को लेकर अक्सर ऐसी बातें होती रहती है कि वो न्यूकमर्स को मौका
देने के बजाय स्टारकिड्स को लेकर फिल्में क्यों बनाते रहते है। अब खुद करण जौहर ने
इसके पीछे की वजह बताई है।
करण जौहर को
अक्सर बॉलीवुड फिल्मों में स्टारकिड्स को लॉन्च करने और नेपोटिज्म को बढ़ावा देने
के लिए आलोचना को झेलना पड़ा है, लेकिन इसके पीछे की उनकी वजह को शायद अब तक कोई
नहीं जानता होगा। इस बात का खुलासा अब उन्होंने खुद किया है। इसके साथ ही उन्होंने
बताया कि किसी एक न्यूकमर को लॉन्च करना उनके लिए काफी मुश्किल है।
करण जौहर ने कहा,’आज अगर मैं किसी नए टैलेंट, नए लड़के या लड़की को
लॉन्च करना चाहता हूं, तो कोई भी उस फिल्म को देखने नहीं जाएगा क्योंकि
उस फिल्म को फिर बहुत ज्यादा प्रमोट करना पड़ेगा।‘ करण जोहर की
मानें तो इन दिनों किसी भी फिल्म की मार्केटिंग कॉस्ट बहुत ज्यादा होती है। ऐसे
में अगर वो न्यूकमर्स के साथ फिल्म बनाते है तो कॉस्ट एफिशिएंट फिल्में नहीं बना
पाएंगे जो अपनी लागत निकालने के बाद प्रॉफिट भी बना सके।
करण जोहर ने इसके
साथ ही साउथ फिल्मों को लेकर कहा कि वहां की फिल्मों के लिए मेकर्स को मार्केटिंग
कॉस्ट खर्च नहीं करनी होती है। जबकि यहां पूरे मॉल बुक करवाकर एक इंवेंट कराया
जाता है। इस इंवेंट में शामिल होने तो 8000 लोग चले आते है ,लेकिन उनमें से 80 भी थिएटर
में फिल्म देखने नहीं आते।
ये कहते हुए उन्होंने सभी फिल्म इंड्रस्टी के मुताबिक हिंदी फिल्म इंड्रस्टी की मार्केटिंग को सबसे खराब बता दिया। बता दें कि करण जैहर ने अब तक आलिया भटट् , वरूण धवन, अनन्या पांडे, जान्हवी कपूर जैसे कई स्टारकिड्स को इस फिल्मी दुनिया में पहला कदम रखने का अवसर दिया है, जिसकी वजह से उन्हें समय समय पर ट्रोल भी किया जाता रहा है।