ट्वीटर पर कुछ टाइम से
बॉयकाट का ट्रेंड आया हुआ है। हाल ही में ट्वीटर पर आमिर खान की मच अवेटेड फिल्म लाल
सिंह चड्ढा को बॉयकाट करने का ट्रेंड चल रहा था। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट
ने अब इस मुद्दे पर बात करते हुए अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। आमिर ने एक
इंटरव्यू में बताया कि लोगों को लगता है उन्हें इस मुल्क से प्यार नहीं है इसलिए
लोग उनकी फिल्म को बॉयकाट कर रहे हैं। इसके साथ ही आमिर ने साउथ फिल्मों की बढ़ती लोकप्रियता और ओटीटी प्लेटफार्म पर खुलकर बात की।
फिल्मों का बहिष्कार देख
दुख होता है- आमिर
एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू
में आमिर बोले कि- ”कुछ लोगों को लगता है कि मैं भारत को पसंद नहीं
करता हूं, मुझे काफी दुख होता है जब
लोग मेरी फिल्म का इस तरह से बहिष्कार करते हैं। लेकिन मैं उन्हें ये बताना चाहता
हूं जो वो सोच रहे हैं वो एक दम गलत है। मेरा उनसे अनुरोध है कि मेरी फिल्म को
बॉयकॉट न करें और कृपया कर के उसे देखने जरूर जाएं।”
आमिर ने कहा- एक फिल्म बनाने
में बहुत मेहनत लगती है। एक एक्टर ही नहीं, बल्कि कितने लोगों के इमोशन्स
जुड़े होते हैं। फिल्म देखने के बाद आप उसे पसंद कर सकते हैं और उसे नापसंद करने
का भी पूरा अधिकार आपके पास है।
ओटीटी
प्लेटफार्म पर बोले आमिर-
लाल सिंह
चड्ढा एक्टर बोले ऐसी बात नहीं है, फिल्में चली भी हैं। गंगूबाई, भूल भूलैया 2, कश्मीर फाइल्स, पुष्पा चली हैं। पुष्पा ने तो वर्ड ऑफ माउथ से फिल्म ने कमाल कर दिया था। ऑडियंस को
फिल्म पसंद आएगी तो चलेगी ही। मुझे लगता है कि
कोविड की वजह से फिल्में थोड़ी जल्दी आने लगी हैं ओटीटी पर। लोगों को लगता है कि अगर मैं थोड़ा और रूक जाऊंगा, तो घर में देख लूंगा। हालांकि मेरी फिल्मों के साथ ऐसा नहीं होता है। मेरी फिल्म 6-6 महीने
तक ओटीटी पर नहीं आती हैं।
आगे आमिर ने कहा कि लाल
सिंह चड्ढा मैंने थिएटर के लिए बनाई है। मैं
चाहता हूं कि लोग थिएटर जाकर फिल्म देखें। ओटीटी
के लिए जब कुछ बनाना होगा और मौका मिलेगा, तो मैं जरूर करूंगा। वहीं साउथ सिनेमा से कंपीटशन पर आमिर बोले- हर आर्टिस्ट चाहता
है कि उसकी फिल्म देशभर में लोग देखें। हम कई समय से अपनी फिल्म तमिल, तेलुगू
में डब करते आ रहे हैं। अच्छे खासे रिएक्शन
भी हमें मिलते रहे हैं। लेकिन जिस तरह साउथ
की फिल्मों ने क्रॉसओवर किया है हिंदी फिल्मों पर, वैसे हम हिंदी फिल्म
वाले नहीं पहुंच पाए हैं। वो बहुत
टाइम से नहीं हो पाया है। उम्मीद है कि इस
दफा हो और वही कोशिश जारी है।