पुलवामा हमले के जवाब में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू जेट विमानों ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के एक प्रमुख जैश-ए-मोहम्मद आतंकी शिविर पर हवाई हमला किया और 300 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया , कई बॉलीवुड हस्तियों ने बहादुर पायलटों की सराहना की और उनकी प्रशंसा में सोशल मीडिया पर भावनाएं शेयर की ।
बॉलीवुड – हॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा भी आर्मी बैकग्राउंड की है और उनके पिता डॉ. अशोक चोपड़ा और माता डॉ. मधु चोपड़ा दोनों ही भारतीय सेना में डॉक्टर थे। भारत के सर्जिकल स्ट्राइक 2.0 के तुरंत बाद प्रियंका चोपड़ा ने भी ट्वीट किया जो पाकिस्तान को पच नहीं रहा है।
प्रियंका चोपड़ा ने भारतीय वायु सेना के समर्थन में अपनी देशभक्ति जाहिर की और ट्वीट किया, ”जय हिंद।” उनके इस ट्वीट से पाकिस्तानी नागरिकों को अब बड़ी दिक्कत हो रही है और पाकिस्तानी सोशल मीडिया में प्रियंका के खिलाफ आवाज उठ रही है।
ट्विटर पर पोस्ट शेयर करने करे : https://twitter.com/priyankachopra/status/1100454040364707840
दरअसल प्रियंका चोपड़ा यूनिसेफ सद्भावना दूत है और उनके ट्वीट पर नाराजगी जताते हुए पाकिस्तानी नागरिक ने ऑनलाइन याचिका दायर की है की उन्हें तुरंत सद्भावना दूत के पद से हटाने की मांग की है।
पाकिस्तानी याचिका में कहा गया है कि ”दो परमाणु शक्तियों के बीच युद्ध केवल विनाश और मौत का कारण बन सकता है। यूनिसेफ के सद्भावना राजदूत के रूप में, प्रियंका चोपड़ा को तटस्थ और शांतिपूर्ण रहना चाहिए था। लेकिन प्रियंका ने ऐसा नहीं किया।
पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र पर हमला करने के बाद भारतीय सेना के पक्ष में प्रियंका का ट्वीट के खिलाफ याचिका में कई हजार हस्ताक्षर है और ये उन लोगों के है जो चाहते है की प्रियंका को सद्भावना दूत के पद से हटाने की मांग कर रहे है।
इस याचिका में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का कोई उल्लेख नहीं है, जिसने पिछले महीने पुलवामा में एक सुरक्षा काफिले पर नृशंस हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसने 40 सैनिकों के जीवन का दावा किया था।
पश्चिमी मीडिया में रिपोर्टों ने जय हिंद को एक ”हिंदू वाक्यांश” कहा है जिसका अर्थ है ‘लॉन्ग लाइव इंडिया’। दिलचस्प बात यह है कि प्रियंका ने हाल ही में उनके बारे में सबसे ज्यादा गूगल किये गए सवाल का भी जवाब दिया – ‘क्या प्रियंका चोपड़ा हिंदी है?’ उन्होंने कहा, ”हिंदी एक भाषा है। मैं हिंदू हूं, जो धर्म है। यह थोड़ा अंतर है। बस खुद को शिक्षित करें।”