एक्टर आर माधवन अपनी फ़िल्मों, धांसू एक्टिंग को लेकर चर्चा में रहते हैं। बीते कुछ दिनों से आर माधवन नहीं बल्कि उनके बेटे वेदांत माधवन सुर्खियों में छाए हुए हैं। वेदांत ने डेनमार्क में हुए डेनिश ओपन में सिल्वर और गोल्ड मेडल हासिल किया। वेदांत ने अब अपनी जीत पर बात-चीत की है। वेदांत ने देश के लिए मेडल जीतकर लोगों के बीच अपनी एक अलग पहचान तो पहले ही बना ली थी लेकिन अब हाल में दिए इंटरव्यू में अपनी बातों से लोगों के दिलों को भी जीत लिया है।
हाल में दिए अपने इंटरव्यू में वेदांत ने कहा, 'मैं अपने पिता के साये में नहीं रहना चाहता, मैं अपनी अलग पहचान बनाना चाहता हूं. मैं सिर्फ़ आर माधवन का बेटा नहीं बनना चाहता'। इसके अलावा वेदांत ने ये भी बताया कि उनको यहां पहुंचाने के लिए उनके माता-पिता ने कितना एफर्ट किया है, वेदांत ने कहा, 'मैं अपने परिवार का शुक्रगुज़ार हूं, उन्होंने मुझे पूरा सपोर्ट किया। उन्होंने हमेशा मेरा ध्यान रखा है। मेरे माता-पिता ने कई बलिदान दिए, दुबई शिफ़्ट होना उन्हीं में से एक है।'
दरअसल, आर माधवन और उनका पूरा परिवार साल 2021 में दुबई शिफ़्ट हो गए। राष्ट्रीय स्तर के तैराक, वेदांत ने ओलंपिक्स की तैयारी शुरू कर दी थी, बेटे को तैयारी में सहूलियत हो इसलिए पूरे परिवार ने दुबई शिफ़्ट होने का फैसला लिया। मुंबई के ज़्यादातर बड़े स्वीमिंग पूल्स कोविड या किसी और वजह से बंद थे। ऐसे में वेदांत को प्रैक्टिस में आसानी हो इसलिए माधवन ने दुबई जाने का फैसला लिया, जिसके लिए उनकी काफी तारीफ़ भी हुई।
वेदांत ने डेनिश ओपन में 1500 मीटर फ़्रीस्टाइल में सिल्वर और 800 मीटर फ़्रीस्टाइल में गोल्ड मेडल हासिल किया। इससे पहले वेदांत ने मार्च 2021 में लातविया ओपन में ब्रॉन्ज मेडल जीता था और जूनियर नेशनल एक्वाटिक चैंपियनशिप में सात मेडल्स अपने नाम किए, जिनमें चार सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज शामिल है।
माधवन ने सोशल मीडिया पर वेदांत की जीत की अनाउंसमेंट की और सम्मान समारोह का वीडियो शेयर किया। उन्होंने भगवान के साथ सभी लोगों का आभार जताया। इस पोस्ट से साफ जाहिर है कि उन्हें अपने बेटे पर कितना गर्व है।