बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान आज भी सिंगर है और बॉलीवुड के मोस्ट हैंडसम बैचलर में उनकी गिनती टॉप पर होती हैं। मगर उनके पिता और हिंदी सिनेमा के दिग्गज स्क्रीनप्ले राइटर सलीम खान ने दो बार शादी की। सलीम की पहली वाइफ का नाम सलमा खान उर्फ सुशील चरक है और दूसरी वाइफ का नाम हेलेन है जो अपने दौर की मशहूर अभिनेत्री हैं।
सलमान खान की मां सलमा उर्फ सुशीला चरक एक हिन्दू परिवार से थी। ऐसे में अब शादी के 59 साल बाद सलीम खान ने सलमा यानि सुशीला संग अपनी शादी को लेकर बात की। हाल ही में सलीम ने बेटे अरबाज खान के शो में न सिर्फ अपनी शादी पर बात की है, बल्कि एक हिंदू लड़की से प्यार और फिर शादी के बीच आने वाली दिक्कतों का भी खुलासा है।
बता दें कि साल 1964 में सलमान खान के पिता सलीम और मां सलमा ने निकाह किया था। इसके बाद सुशीला चरक ने अपना नाम सलमा कर लिया। दोनों के चार बच्चेत हैं, इनमें सलमान खान, अरबाज खान और सोहेल खान के अलावा बेटी अलवीरा हैं। जबकि सालों बाद सलीम और सलमा ने बेटी अर्पिता को गोद लिया था। आज सभी एक साथ मिलकर खुशी-खुशी रहते हैं।
दरअसल,सलीम खान अपने बेटे अरबाज खान के टॉक शो ‘द इनविंसिबल्स’ में पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपनी और सलमा की लव स्टोरी को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि उनके और सुशीला की मुलाकात की चोरी-चुपके हुई थी। जब दोनों की बीच प्यार बढ़ गया तो उन्होंने सुशीला से कहा कि वो शादी करना चाहते हैं जिसके लिए उन्हें उनकी फैमली से मिलना है।
स्क्रीनप्ले राइटर ने आगे कहा कि ‘मैं जब सुशीला के परिवार के मिलने गाया तो मुझे लगा कि देश के सभी महाराष्ट्रियन एकसाथ जमा हो गए हैं। मैं अपनी जिंदगी में कभी इतना नर्वस नहीं हुआ था। सब मुझे देखने देखने आए थे, जैसे मैं चिड़ियाघर में कोई नया जानवर हूं। पहली मुलाकात में मेरे ससुर जी ने मुझसे कहा कि उन्होंने मेरे बारे में पता करवाया है।
मेरे ससुर जी ने मुझसे कहा कि- मैंने पता करवाया है, आप पढ़े-लिखे हैं और अच्छे परिवार से हैं। आजकल अच्छे लड़के मिलते कहां हैं। मगर आप दूसरे धर्म से हैं और यह हमें स्वीककार नहीं है।’ तब उन्होंने सुशीला के पिता से कहा था कि उनके बीच हजारों समस्याएं हो सकती हैं लेकिन, धर्म उनमें से एक नहीं होगा।
अपने पिता की इस बात पर अरबाज कहते है कि जैसे शादी के बाद उनकी मां ने अपना नाम बदल लिया था। उसी तरह सलीम खान ने भी अपना नाम बदलकर शंकर रखा था। इस सलीम ने बताया कि ‘सुशीला की दादी को हम आजी बुलाते थें। परिवार में एकलौती वही थीं, जो शुरू से मेरे सपोर्ट में थीं। वो सलमा से पूछा करती थीं कि तुम शंकर से कब शादी कर रही हो।’