हाल ही में सलमान खान की राधे ईद पर रिलीज हुई जिसके खूब चर्चे अब तक हो रहे हैं। जहां भाईजान के फैंस को ये फिल्म पसंद आई है तो वहीं ऐसे लोगों की भी कमी नहीं जिन्होंने इस फिल्म को सलमान के करियर की सबसे खराब फिल्म करार दिया है। खैर, बॉलीवुड में ये सब चलता रहता है लेकिन अब सलमान के पिता सलीम खान ने भी फिल्म पर जो रिएक्शन दिया है उससे लोग काफी हैरान हैं।
सलमान खान के पिता सलीम खान इंडस्ट्री के सबसे बेहतरीन राइटर्स में से एक हैं जिन्होंने अपनी गजब की लेखनी से हिंदी सिनेमा में वाकई क्रांति लाने का काम किया है। हाल ही में एक इंटरव्यू में उनसे जब पूछा गया कि क्या राधे में सलमान की पिछली फिल्मों की छाप नज़र नहीं आती? तब सलीम खान ने जवाब में कहा – दबंग थ्री अलग थी तो वहीं बजरंगी भाईजान बिल्कुल ही जुदा थी। राधे बिल्कुल अच्छी फिल्म नहीं है, लेकिन कमर्शियल सिनेमा की एक जिम्मेदारी होती है कि हर इंसान को पैसे मिल सकें। आर्टिस्ट से लेकर प्रोड्यूसर, डिस्ट्रीब्यूटर, एग्जीबिटर और हर स्टेकहोल्डर को पैसे मिलने चाहिए।
इसी के साथ उन्होंने ये भी कह दिया – ‘राधे ग्रेट फिल्म नहीं है’। लेकिन वो सलमान का बचाव करना भी नहीं भूले। सलीम खान ने माना कि कमर्शियल सिनेमा से उम्मीद की जाती है कि हर शख्स को पैसा मिले और राधे के स्टेकहोल्डर को ये फायदा मिल रहा है।
सलीम खान ने फिल्म इंडस्ट्री के राइटरों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, ‘फिल्म इंडस्ट्री की यह बहुत बड़ी दिक्कत है कि यहां अच्छे राइटर नहीं हैं। उसकी वजह यह है कि राइटर्स हिंदी या उर्दू जुबान के साहित्य पढ़ते ही नहीं हैं। कुछ भी बाहर का देखा और उसे भारतीय रूप में ढालने में जुट जाते हैं। फिल्म जंजीर भारतीय सिनेमा की गेम चेंजर थी। उस फिल्म ने इंडियन सिनेमा को सही राह पर वापस लाया। मगर उसके बाद से इंडस्ट्री को सलीम-जावेद का रिप्लेसमेंट ही अब तक नहीं मिला। ऐसे में सलमान भी क्या करें’।