शाहिद कपूर और कियारा आडवाणी स्टारर कबीर सिंह एक ऐसी फिल्म बनकर उभरी जो दर्शकों के दिलों को जीतने में कामयाब रही, लेकिन आलोचकों के लिए परेशानी का सबब थी। फिल्म की रिलीज़ को एक महीने से अधिक हो गया है और अभी भी फिल्म काफी चर्चाओं में है।
एक तरफ जहाँ फैन सीस फिल्म को बार बार देख रहे है वहीं इस फिल्म को लेकर आलोचनाओं का दौर भी खत्म नहीं हो रहा है। कबीर सिंह 2019 की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर बनने में कामयाब पर क्रिटिक इसका पीछा नहीं छोड़ रहे है।
अब ये नया आरोप लगाया जा रहा है कि फिल्म के मुख्य किरदार को जिस तरह प्रोत्साहित किया गया है वो समाज के लिए ठीक नहीं है। लीड किरदार टॉक्सिक मर्दानगी बताकर गलत चरित्र का प्रचारक बताया जा रहा है।
हाल ही एक इंटरव्यू के दौरान शाहिद ने फिल्म की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की और उनके रास्ते में आने वाली आलोचना के बारे में भी बताया। 38 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि पिछले पांच हफ्तों में सफलता उनके लिए शानदार रही और अभी भी ये दौर जारी है।
शाहिद कपूर का कहना है की वो डार्क किरदारों को निभाने से पीछे नहीं हटते और ना ही डरते है। वो असल जिंदगी में कबीर या टॉमी सिंह जैसे किरदार नहीं बन सकते। साथ ही, शाहिद ने यह समझाने की कोशिश की कि अब दर्शकों को तय करना है की वो क्या देखना चाहते है और क्या बनना चाहते है।
शाहिद कपूर ने बार बार हो रही आलोचना का जिक्र करते हुए कहा “हाल के दिनों में ऐसी फ़िल्में आई हैं जिनमें ऐसे ही किरदार दिखाए गए थे, पर तब किसी ने नहीं टोका। फिल्म संजू का उदाहरण देकर शाहिद ने कहा संजू में एक सीन था, जिसमें वह व्यक्ति अपनी पत्नी के सामने बैठा था और कह रहा था कि वह 300 महिलाओं के साथ सोया है। मैं यह कहना नहीं चाहता कि मैंने संजू को एन्जॉय नहीं किया है। मैंने पूरी तरह से मैंने यह देखने के लिए देखा कि चरित्र का जीवन कैसा है।
आपको बता दें कमाई के मामले में कबीर सिंह इस साल की अब तक की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर है। ये तमिल फिल्म अर्जुन रेड्डी की रीमेक है जिसमे विजय देवरकोंडा ने लीड रोल निभाया था।