महाराष्ट्र में एक बार फिर से लॉकडाउन लग गया है। अगले 15 दिनों तक न तो किसी फिल्म की शूटिंग हो पाएगी और न ही किसी टीवी शो की। ऐसे में अब फिल्ममेकर्स और फिल्म एसोसिएशन को इंडस्ट्री को होने वाले करोड़ों के नुकसान का डर सता रहा है। हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 15 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की।
ऐसे में फिल्ममेकर्स और फिल्म एसोसिएशन को इंडस्ट्री को होने वाले करोड़ों के नुकसान का डर सता रहा है। इसलिए FWICE के प्रेसीडेंट बीएन तिवारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस बारे में बात करने का निर्णय लिया है।
एनबीटी से बात करते हुए फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज के अध्यक्ष बीएन तिवारी ने बताया कि सरकार का फैसला लोगों के हित में लिया गया हो सकता है लेकिन ये फैसला एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के हित में नहीं है। शूटिंग बंद होने से बहुत नुकसान हो जाएगा।
बता दें बीते साल भी लॉकडाउन के कारण एंटरटेनमेंट और फिल्म इंडस्ट्री को भारी नुकसान हुआ था। नुकसान इतना अधिक था कि उसकी भरपाई एक साल बाद भी नहीं हो पाई है। बीते साल भी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लेबर वर्ग के लोगों को खाने के लाले पड़ गए थे। फिल्म इंडस्ट्री को बीते साल में करोड़ों का नुकसान हुआ था और लग नहीं रहा है कि इस साल भी फिल्मी जगत उस घाटे से उबर पाएगा। आपको बता दें कि कोरोना के कारण कई बड़ी फिल्मों की रिलीज डेट बार-बार आगे खिसकाई जा रही है। ‘सूर्यवंशी’, ‘चेहरे’, ‘थलाइवी’, ‘हाथी मेरे साथी’ ये केवल बानगी है। बाकी और भी कई फिल्में हैं जो कोरोना के कारण आगे खिसक चुकी हैं।
आपको बता दें कि सीएम उद्धव ठाकरे ने एलान किया है कि महाराष्ट्र में बुधवार रात 8 बजे से सख्त पाबंदियां लागू होंगी। बुधवार से ब्रेक द चेन अभियान शुरू होगा। महाराष्ट्र में जरूरी सेवाएं छोड़कर सभी सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि 15 दिन तक केवल जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी। बिना जरूरत कहीं भी आना-जाना बंद रहेगा। पूरे राज्य में धारा 144 लागू रहेगी। बेवजह घर से निकलने पर पाबंदी रहेगी। लोकल और अन्य बसें चलती रहेंगी। ऑटो-टैक्सी की सेवाएं भी जारी रहेंगी। बैंक के कामकाज जारी रहेंगे।