हाल ही में दिल्ली के निजामुद्दीन में हुई तबलीगी जमात की घटना जबरदस्त सुर्खियों में है। सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ चैनल तक इस मुद्दे को लेकर जबरदस्त बहस छिड़ी हुई है। मशहूर रेसलर बबीता फोगाट ने भी ट्वीट किया और अपने ट्वीट की वजह से वो सोशल मीडिया पर जबरदस्त आलोचना का शिकार हो रही है।
भारत के लिए कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली बबीता फोगाट पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने निजामुद्दीन की घटना पर निशाना साधते हुए सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश की है। बता दे, बीते बृहस्पतिवार की रात बबिता फोगाट ने ट्विटर पर लिखा, ‘तुम्हारे यहां पर यह वायरस चमगादड़ से फैला होगा लेकिन इंडिया में यह वायरस अनपढ़ सूअरों से फैल रहा है। ‘ हालांकि बाद में उन्होंने ये ट्वीट डिलीट कर दिया।
साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में #निजामुद्दीन ईडियट भी लिखा। कुछ ही समय में ट्वीट सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो गया जिसके बाद कहीं यूजर्स उन्हें एक विशेष संप्रदाय पर निशाना साधने और नीचा दिखाने जैसे आरोप लगाए है। बता दें, मरकज निजामुद्दीन की घटना में लॉकडाउन की चेतावनी के बावजूद करीब 2000 लोग जमा हुए थे।
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने बबीता फोगाट को निशाने पर लेते हुए लिखा वो नफरत फैलाकर और एकतरफा बयान बाजी करके इस घटना को सांप्रदायिक बना रही हैं इस हरकत के लिए उन्हें गोल्ड मेडल मिलना चाहिए। वहीं कुछ यूजर ने गीता फोगाट पर पर्सनल निशाना साधते हुए का वो आमिर खान ही थे, जिनकी वजह से आज बबीता फोगाट फेमस है।
एक यूजर में लिखा, ‘नफरत फैलाने वाली बेवकूफ बबीता फोगाट को आमिर खान ही लाइमलाइट में लाए थे और आज वह उसी कम्युनिटी के लिए शर्मनाक बातें बोल रही है। ‘सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद बबीता फोगाट ने एक और ट्वीट किया और सफाई दी है।
अपनी सफाई मेइओन बबीता फोगाट ने कहा कि उन्होंने यह ट्वीट देश भर में पुलिस , डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ पर हो रहे अटैक के ऊपर किया था। उनका इरादा किसी जाति विशेष या संप्रदाय को निशाना बनाने का नहीं था। उन्होंने अपना ट्वीट कोरोना वायरस योद्धाओं पर हुए हमले पर की निंदा करते हुए लिखा था और वो इसी तरह आगे भी लिखती रहेंगी।