जब से कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन में सोनू सूद ने मुफ्त में प्रवासी मजदूरों को खाना-पानी के साथ उनके घर पहुंचाने का काम किया, तभी से उन्हें मसीहा माना जाने लगा। सोनू सूद उसके बाद से लगातार लोगों की हर तरह से मदद कर रहे हैं, मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो उनकी नीयत पर सवाल उठाते रहते हैं। उनकी मदद को पीआर स्टंट बताते हैं। ऐसे ही एक यूज़र के ट्वीट पर सोनू ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक पेशेंट के बिल ट्विटर पर शेयर किये।
दरअसल, स्नेहल नाम के एक व्यक्ति ने ट्वीट करके एक बीमार बच्चे का इलाज करवाने के लिए सोनू से मदद मांगी थी। सोनू ने देर किये बिना मदद का वादा किया। इसके बाद एक ट्विटर यूज़र ने सवाल उठाते हुए लिखा- एक नया ट्विटर एकाउंट, जिसके 2-3 फॉलोअर्स हैं, एक ट्वीट करता है। सोनू को टैग भी नहीं करता। कोई लोकेशन का ज़िक्र नहीं। कोई सम्पर्क करने के लिए कोई जानकारी नहीं। कोई ईमेल एड्रेस नहीं। लेकिन, किसी तरह सोनू को वो ट्वीट मिल जाता है और वो मदद पेश करते हैं। बहुत से पुराने एकाउंट्स डिलीट कर दिये गये हैं, जिनसे मदद मांगी गयी थी। पीआर टीम ऐसे ही काम करती है।
इसे जवाब में सोनू ने अस्पताल की रसीदों को शेयर करते हुए लिखा- भाई, यही सबसे ख़ास बात है। मैं ज़रूरतमंदों को खोज लेता हूं और वो मुझे। यह सब इरादों की बात है, लेकिन आप नहीं समझोगे। कल मरीज़ एसआरसीसी अस्पताल में होगा। कृपया, अपनी ओर से भी कुछ करें। उसके लिए कुछ फल ही भिजवा दें। जिसके सिर्फ़ 2-3 फॉलोअर्स हैं, वो ढेर सारे फॉलोअर्स वाले से प्यार पाकर ख़ुश ही होगा।
बता दें कि सोनू सूद पर पहले भी ऐसे आरोप लगे कि वो मदद का इस्तेमाल अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए कर रहे हैं। तब भी सोनू ने इसका करारा जवाब दिया था।