दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच अब सीबीआई टीम को सौंप दी गयी है। जांच एजेंसी के 15 सदस्यों ने 5 टीम बना रखी और केस से जुड़े अहम लोगों से पूछताछ की जा रही है। इस बीच चाबी बनाने वाले का बयान भी लिया गया है और उसका कहना है 14 जून को जब वह सुशांत के घर पहुंचा तो क्या हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार चाबी बनाने वाले को 14 जून को जब दरवाजा खोलने के लिए फोन आया तो उसे मालूम नहीं था कि यह एक्टर सुशांत सिंह राजपूत का घर है। साथ ही उसका कहना है सिद्धार्थ पिठानी ने उसको फोन किया था। दरवाजे का लॉक खुलते ही उसे 2000 रुपये दिए गए और जल्दी से जाने के लिए कहा गया।
वाट्सएप पर शेयर की ताले की फोटो
रिपोर्ट के मुताबिक चाबी बनाने वाले ने बताया की मुझे 14 जून के दिन 1:05 पर सिद्धार्थ पिठानी की कॉल आई और फिर मैंने उनको वाट्सएप पर ताले की फोटो भेजने के लिए कहा। मैं छठवें फ्लोर पर गया। मैंने अपने औजारों से दरवाजा खोलने की कोशिश तो कि परन्तु उन्होंने कहा कि दरवाजा तोड़ दो। इतना ही नहीं चाबी वाले से यह भी कहा गया यदि अंदर से कोई आवाज आती है तो तुम तभी काम करना बंद कर देना।
कम्प्यूटराइज्ड लॉक हथौड़े से तोड़ा
इन सब बातों के अलावा चाबी वाले ने ये भी बताया कि लॉक कम्प्यूटराइज्ड था और उसे हथौड़े से इसे तोड़ना पड़ा। जैसे ही ताला टूट गया फिर उसे 2000 रुपये देकर वहां से जल्दी से जाने के लिए कहा गया। साथ ही उससे कमरे के अंदर जाने या देखने की इजाजत नहीं थी और उसे वहां से दूर कर दिया गया था।
वहीं चाबीवाले ने बताया कि अभी तो सीबीआई ने उससे किसी तरह की कोई पूछताछ नहीं की है। अगर कुछ पूछा जाएगा तो वह उनका पूरा सहयोग करेगा।