घरेली रेटिंग एजेंसी इक्रा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 में देश की GDP में 9.5 फीसदी की गिरने का अनुमान - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

घरेली रेटिंग एजेंसी इक्रा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 में देश की GDP में 9.5 फीसदी की गिरने का अनुमान

रिपोर्ट के अनुसार देश की अर्थव्यवस्था में 2020-21 की पहली तिमाही में 25 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आ सकती है। उसके बाद कुछ हल्का सुधार देखने को मिल सकता है। दूसरी और तीसरी तिमाही में इसमें क्रमश: 12.4 प्रतिशत और 2.3 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है

कोरोना महामारी के चलते देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। इस बीच, घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने चालू वित्त वर्ष में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गिरावट के अनुमान को संशोधित कर और बढ़ाया है। इसके अनुसार 2020-21 में जीडीपी में 9.5 प्रतिशत की गिरावट आएगी जबकि पूर्व में 5 प्रतिशत गिरावट का अनुमान जताया गया था। रेटिंग एजेंसी का कहना है कि कुछ राज्यों में लॉकडाउन जारी रहने से मई और जून में शुरू हुई पुनरुद्धार गतिविधियां प्रभावित हुई हैं।
ज्यादातर विश्लेषकों का अनुमान है कि देश के जीडीपी में 5 से 6.5 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है। इक्रा ने एक रिपोर्ट में कहा, ‘‘हमने भारत के जीडीपी में (स्थिर मूल्य 2011-12 पर) गिरावट के अनुमान को संशोधित किया है। इसके तहत इसमें 9.5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है जबकि पूर्व में हमने 5 प्रतिशत गिरावट का अनुमान जताया था। कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ राज्यों और शहरों में लॉकडाउन से मई-जून, 2020 में जो एक शुरुआती पुनरुद्धार दिखा था, उस पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।’’
रिपोर्ट के अनुसार देश की अर्थव्यवस्था में 2020-21 की पहली तिमाही में 25 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आ सकती है। उसके बाद कुछ हल्का सुधार देखने को मिल सकता है। दूसरी और तीसरी तिमाही में इसमें क्रमश: 12.4 प्रतिशत और 2.3 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। चौथी तिमाही में 1.3 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान है। इक्रा की प्रधान अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अप्रैल 2020 में कड़ाई से लगाये गये लॉकडाउन के कड़े अनुभव से बाहर निकलने लगी थी। कई क्षेत्रों में यह देखा जा रहा था कि वे नई व्यवस्था के साथ स्वयं को समायोजित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों में स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन फिर से लगाया गया है। इससे पुनरुद्धार पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। नायर ने कहा, ‘‘महामारी की गंभीरता और इससे बचाव के लिये सुरक्षा उपायों की अवधि को देखते हुए हमारा अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में पूर्व के अनुमान के मुकाबले बड़ी गिरावट आएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि कई क्षेत्रों में लॉकडाउन और कई क्षेत्रों में स्थिति में ढील तथा श्रम की मांग एवं आपूर्ति में अंतर, आपूर्ति व्यवस्था तथा खपत प्रतिरूप को प्रभावित कर रहा है।’’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

two + 9 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।