देश इस वक्त कोरोना महामारी से जूझ रहा है। कोरोना के कारण विमानन सेक्टर के बुरी तरह से प्रभावित होने के बावजूद घरेलू विमानन सेक्टर पर फरवरी महीने में मंदी का असर नहीं दिखा। फरवरी महीने में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में करीब 8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। भारत का घरेलू हवाई यात्री यातायात फरवरी में सालाना आधार पर 8.4 फीसदी बढ़ा है। अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों में इसका पता चला।
भारत के घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि इसके राजस्व यात्री किलोमीटर के हिसाब से मापी गई है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, चीन, जापान, रूस और अमेरिका जैसे प्रमुख विमानन बाजारों में दूसरी सबसे तेज वृद्धि दर्ज की है। इस अवधि में भारत के घरेलू यात्री यातायात में खासा इजाफा हुआ। वहीं, रूसी संघ ने इस स्तर पर 7.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। भारत इस मामले में अमेरिका के घरेलू दर 10.1 फीसदी से कुछ पीछे है।
देश की घरेलू उपलब्ध यात्री क्षमता उपलब्ध सीट किलोमीटर (एएसके) में मापी गई है। इस आधार पर इसमें साल दर साल 9.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। एएसके कुल उपलब्ध यात्री क्षमता की गणना का पैमाना है। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन और कोविड-19 के प्रसार के कारण लोगों में व्याप्त भय के कारण मार्च में भारत के घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या घटने की पूरी संभावना है।वर्तमान में किसी भी विदेशी या घरेलू यात्री उड़ान पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। फिलहाल कार्गो सेवा का ही संचालन हो रहा है।