नई दिल्ली: केयर्न इंडिया लिमिटेड कच्चा तेल उत्पादन करने वाली निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी है, जिसका भारत में 6 ब्लॉक का पोर्टफोलियो हैं और गत 20 वर्षों से देश में उत्पादन कार्य कर रही है। राजस्थान के बाडमेर स्थित उत्पादन केन्द्र ऊर्जा की जरूरतों के लिए पहले पूरी तरह पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर ही निर्भर था। इससे ईंधन पर पैसा भी अधिक खर्च होता था और कार्बन उत्सर्जन भी अत्यधिक मात्रा में हुआ करता था।
भारत सरकार के नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सहयोग एवं दिशा-निर्देशों के अनुरूप केयर्न इंडिय कंपनी अपने दैनिक कार्यकलापों में स्वच्छ ऊर्जा अधिक से अधिक प्रयोग करने पर बल दे रही है। कंपनी ने अपने यहाँ इतने सौर पैनल लगाए हैं ताकि 100 किलोवाट बिजली पैदा हो सकती है। और यह बिजली किसी भी प्रकार के कार्बन उत्सर्जन से मुक्त है। कंपनी में प्रोसेसिंग की जरूरतों को देखते हुए सी एस टी तकनीक अपनाने का फैसला किया गया।
इस संयत्र में बड़ी मात्रा में दूषित जल निकलता है, जिसमें बहुत से नुकसान दायक पदार्थ मिले होते हैं। इस जल के वष्पीकरण के लिए सी एस टी का उपयोग हो रहा है। जिससी एस टी के स्थापित होने के बाद कई फायदे मिलने शुरू हो गए। इसके अन्तर्गत 37 पैराबोलिक सौर संग्रहक और 3 बॉयलर स्थापित किए गए हैं, जिससे लगभग 1497 किलोग्राम प्रति दिन वाष्प का उत्पादन होता है।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें।