नई दिल्ली: फैबलेट और लैपटॉप से कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद देश में टैबलेट पीसी की मांग बढ़ी है। इनकी बिक्री में बड़ा योगदान शिक्षा व सरकारी क्षेत्र का है। कंपनियों का मानना है कि टैबलेट के बढ़ते इस्तेमाल से इनकी बिक्री में तेजी आगे भी कायम रहेगी। शोध संस्थान सीएमआर की ताजा रपट के अनुसार इस साल तीसरी तिमाही में देश में 9.4 लाख टैबलेट बिके। त्रैमासिक आधार पर यह बिक्री 38 प्रतिशत बढ़ा। इस दौरान टैबलेट बिक्री में लेनोवो पहले नंबर पर रही।
सीएमआर के प्रमुख विश्लेषक नरिंदर कुमार के अनुसार लेनोवो की इस उपलब्धि का श्रेय इस बात को भी है कि कंपनी अगस्त में नमो ई टैबलेट योजना के लिए आपूर्ति कर रही थी। गुजरात सरकार की इस योजना के तहत कालेज विद्यार्थियों को नमो ई टैबलेट उपलब्ध करवाए जाने हैं। नरिंदर कुमार के अनुसार आलोच्य तिमाही में टैबलेट बिक्री में शिक्षा क्षेत्र का बड़ा योगदान रहा। लेनोवो इंडिया के प्रमुख (टैबलेट बिक्री) आशीष सिक्का ने हालांकि, सरकारी योजनाओं को बिक्री के बारे में टिप्पणी से इनकार किया। उन्होंने भाषा से कहा कि कंपनी अपनी बिक्री को वाणिज्यिक व उपभोक्ता चैनलों तक बांटकर देखती है, इससे आगे नहीं। सिक्का ने कहा-बीते समय में टैबलेट की वाणिज्यिक खंड में मांग बढ़ है।
1 विशेषकर शिक्षा, फार्मा, वाहन व एफएमसीजी और सरकारी खंड में अच्छी मांग के बल पर टैबलेट बाजार फल फूल रहा है। वहीं गुजरात सरकार की उक्त योजना के लिए टैबलेट दे रही एक अन्य कंपनी एसर इंडिया के प्रमुख (वाणिज्यिक कारोबार) समूह सुधीर गोयल ने कहा कि राज्य सरकार की यह पहल वाणिज्यिक खंड में टैबलेट बिक्री को बड़ा बढ़त दिलाने वाली साबित हो सकती है। गोयल ने कहा कि सरकारी खंड में एसार की स्थिति बड़ा मजबूत है और वह गुजरात सरकार की टैबलेट योजना की भी प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।
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