नई दिल्ली : सरकार की माल एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली की पहली वर्षगांठ को धूमधाम से मनाने की योजना है। इस बीच उसने कहा है कि यह अप्रत्यक्ष कर प्रणाली सुचारू ढंग से काम कर रही है और अब उसका जोर रिटर्न फार्म के सरलीकरण पर रहेगा। सूत्रों ने बताया कि सरकार ने एक जुलाई को ‘जीएसटी दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है।
इसके लिए यहां आंबेडकर भवन में बड़े कार्यक्रम की योजना है। प्रस्तावित कार्यक्रम में उद्योग मंडलों के साथ-साथ, व्यापारी व कर अधिकारी व वित्त मंत्रालय का कार्यभार देख रहे पीयूष गोयल भी भाग लेंगे। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली इस कार्यक्रम को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर सकते हैं। जीएसटी को आजादी के बाद देश का सबसे बड़ा कर सुधार बताया जा रहा है।
अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें।