नई दिल्ली : अप्रैल में गिरावट का सामना करने के बाद घरेलू हवाई क्षेत्र की स्थिति मई में फिर से वृद्धि के रास्ते पर रही। विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा मंगलवार को जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार मई में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में 2.96 प्रतिशत का इजाफा रहा। इससे पहले अप्रैल 2019 में इसमें अप्रैल 2018 के मुकाबले 4.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी थी।
आंकड़ों के मुताबिक इस साल मई में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 1.22 करोड़ रही जो मई 2018 में 1.18 करोड़ थी। यह सीधे 2.96 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। अप्रैल में हवाई यात्रियों की संख्या में गिरावट की मुख्य वजह 17 अप्रैल को जेट एयरवेज का अपना परिचालन अस्थायी तौर पर बंद करना रही। कंपनी ने वित्तीय हालत खराब होने के चलते यह निर्णय किया था। आंकड़ों के अनुसार घरेलू हवाई यात्रियों के मामले में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मई में इंडिगो शीर्ष पर बनी रही।
स्पाइस जेट की बाजार हिस्सेदारी अप्रैल के 13.1 प्रतिशत के मुकाबले बढ़कर मई में 14.8 प्रतिशत हो गयी। इसके चलते कंपनी दूसरे स्थान पर रही। मई में एअर इंडिया, गोएयर, एयर एशिया और विस्तार की बाजार हिस्सेदारी क्रमश: 13.5 प्रतिशत, 11.1 प्रतिशत, 6.3 प्रतिशत और 4.7 प्रतिशत रही। डीजीसीए ने कहा, ‘‘ मई 2019 के दौरान नियमित घरेलू विमानन कंपनियों को यात्रियों की ओर से उसे कुल 746 शिकायतें प्राप्त हुईं।
मई में प्रति दस हजार यात्रियों पर 0.61 शिकायत प्राप्त हुई।’’ समीक्षावधि में प्रति दस हजार यात्री सबसे ज्यादा शिकायत 1.7 एअर इंडिया को मिली। वहीं प्रति दस हजार यात्री पर 0.6 शिकायत के साथ स्पाइस जेट दूसरे स्थान पर रही। सीटों के भरने के मामले में स्पाइस जेट शीर्ष पर रही। उसकी कुल उपलब्ध सीटों में से 93.9 प्रतिशत सीटें भरी रहीं अर्थात् इतने सीटों के टिकट बिके।
स्पाइसजेट की मुख्य बिक्री एवं राजस्व अधिकारी शिल्पा भाटिया ने कहा कि यह लगातार 50वां महीना है जब स्पाइसजेट सीट भरने के मामले में शीर्ष पर रही है। यह रिकॉर्ड बताता है कि स्पाइसजेट देश की सबसे पसंदीदा विमानन कंपनी है।