नई दिल्ली : अब ठप खड़ी निजी क्षेत्र की एयरलाइन जेट एयरवेज के ऋणदाताओं ने कंपनी के लिए नए सिरे से आरंभिक बोलियां मांगने का फैसला किया है। शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कहा गया है कि ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) नए सिरे से रुचि पत्र (ईओआई) आमंत्रित करेगी।
इससे पहले इसी महीने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने सीओसी को नए सिरे से ईओआई मांगने के बारे में अपने फैसले को तेज करने को कहा था। कभी पूर्ण सेवाप्रदाता रही जेट एयरवेज के पास रोजाना के परिचालन के लिए धन समाप्त होने की वजह से उसने अप्रैल से उड़ानें बंद कर दी हैं। अभी एयरलाइन दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत है।
शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कहा गया है कि सीओसी ने 22 दिसंबर को हुई ई-वोटिंग में एयरलाइन के लिए नए सिरे से ईओआई मांगने का फैसला किया। जेट एयरवेज के लिए बोली लगाने वाली एकमात्र कंपनी सिनर्जी ग्रुप ने ठप एयरलाइन में निवेश पर फैसले के लिए और समय मांगा है। एनसीएलटी ने जेट एयरवेज की दिवाला समाधान प्रक्रिया को 90 दिन बढ़ाने की मंजूरी दी है।