भारत के दिग्गज बिजेनस समूह टाटा कंपनी ने एक नया फैसला किया है कि वह अपनी दूरसंचार सेवा को बंद कर रहे हैं। टाटा कंपनी ने अपनी दूरसंचार कंपनी को बंद करने की पूरी तैयारी कर ली है और इसकी शुरूआत भी कर ली है। खबरों के अनुसार टाटा ग्रुप ने आधिकारिक ट्वीट के जरिए भारत सरकार और डीओटी को यह बताया है कि वह टाटा टेलीसर्विसेज (टाटा डोकोमो) को वह बंद करने जा रहे हैं।
कंपनी ने अपनी इस जानकारी में यह बताया है कि वह अपनी इस टेलीकॉम सर्विसेज को बंद करने की पूरी तैयारी शुरू कर दी है। यह खबरें आ रही हैं कि कंपनी ने यह बता दिया है कि वह टाटा डोकोमो की स्थायी सेवाएं को अगले हफ्ते तक बंद कर देंगे।
कंपनी के सूत्रों से यह खबर आई है कि काफी समय से टाटा की टेलीकॉम कंपनी घाटे में चल रही है औैर इसी को देखते हुए कंपनी ने यह फैसला किया है। कंपनी के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन इस यूनिट को बेचने में नाकाम रहे तो उन्होंने फैसला किया कि इस बिजनेस को बंद कर दिया जाए।
बता दें कि टाटा टेलीसर्विसेज ग्रुप की यह पहली ऐसी कंपनी होगी जो 149 सालों के इतिहास में बंद होने जा रही है। सब ही जानते हैं कि टाटा टेलीसर्विसेज की स्थापना 1996 में लैंडलाइन ऑपरेशन के साथ हुई थी। टाटा की टेलीकॉम कंपनी ने 2002 में सीडीएमए ऑॅपरेशन लॉन्च किया था।
टाटा की टेलीकॉम सेवा कंपनी बंद कर दी जाएगी तो इसका बहुत बड़ा असर टाटा ग्रुप की बैलेंस शीट पर होगा। खबरों की माने तो टाटा ग्रुप को इस टाटा टेलीकॉम कंपनी पर 34,000 करोड़ रुपए का कर्ज हुआ है। टाटा ग्रुप की कंपनी को जिस भी संस्थानों ने राशि दी है वह सब अपनी राशि वसूलने के लिए टाटा ग्रुप पर काफी दबाव बना रही हैं। यह पहला ऐसा कोई मामला है जिसमें समूह की कोई भी कंपनी पर ऐसा कोई संकट आया है। और ऐसा संकट में फंस गई है।
टाटा की टेलीकॉम कंपनी की एयरटेल और रिलायंस जियो से इस मामले में बातचीत हो रही थी, लेकिन बात बन नहीं पाई। बता दें कि वर्तमान में टाटा टेलीवसर्विसेज के कुल सबस्क्राइबर्स 4.5 करोड़ हैं। जब से जापानी साझेदार डोकोमो ने अपने हाथ पीछे किए हैं तब से ही कंपनी नए विकल्पों के बारे में सोच रही है।
टाटा टेलीसर्विसेज में डोकोमो की 26 फीसदी की हिस्सेदारी थी। कंपनी ने अपने ट्वीट में साफ तौर पर यह बोल दिया है कि डोकोमो के बंद होने के बाद से उसके जितने भी सबस्क्राइबर्स हैं उन्हें किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी। उन सब की सेवा जारी रहेगी।