नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने आज कहा कि एयर इंडिया की कितनी हिस्सेदारी बेची जानी है, इस पर अभी सरकार ने अंतिम निर्णय नहीं लिया है। गौरतलब है कि पिछले साल केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ऋण के बोझ से दबी राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया के विनिवेश को मंजूरी दे दी थी। इसमें हिस्सेदारी बिक्री की रणनीति बनाने के लिए एक मंत्रिसमूह गठित किया गया है।
राजू ने इस संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। बहुत से सुझाव हैं, और बहुत से विचार हैं। कुछ का सुझाव है कि शेयर हिस्सेदारी क्यों नहीं होनी चाहिये, ताकि तब बाजार ऊपर जाएगा तो आप ऋण से उबर भी सकते हैं। मेरा कहना है कि आपके सुझावों का स्वागत है। इस महीने की शुरुआत में नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कहा था कि सरकार एयर इंडिया की 51% हिस्सेदारी निजी क्षेत्र को हस्तांतरित करेगी।
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