नई दिल्ली : कर्ज के बोझ तले दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस की वायरलैस परिसंपथियों का रिलायंस जियो द्वारा अधिग्रहण करने के बहुचर्चित सौदे का स्वागत करते हुये भारतीय स्टेट बैंक के प्रमुख रजनीश कुमार ने कहा कि इस सौदे में रिणदाताओं के हित पूरी तरह सुरक्षित हैं। देश के सबसे बड़ बैंक भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन ने बीटीवीआई से कहा, यह अधिग्रहण अच्छा है और हम इस घटनाक्रम का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि इस सौदे ने कर्ज बोझ तले दबी दूसरी कंपनियों के समक्ष एक बेहतर उदाहरण पेश किया है।
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस जियो और उनके छोटे भाई अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस कम्युनिकेशंस के बीच कल शाम एक बड़ सौदे पर हस्ताक्षर किये गये। इस सौदे में रिलायंस जियो ने कर्ज बोझ में दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस की वायरलैस परिसंपथियों के अधिग्रहण का समझौता किया है। इसमें स्पेक्ट्रम, मोबाइल टावर्स और आप्टिकल फाइबर नेटवर्क जैसे संपथि का अधिग्रहण किया जायेगा। यह पूरा सौदा 24,000 करोड़ से लेकर 25,000 करोड़ रुपये के बीच होने का अनुमान है।
भारतीय स्टेट बैंक, पीएनबी, बैंक आफ बड़दा सहित करीब एक दर्ज बैंकों का रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकाम) को कर्ज दिया हुआ है। वैश्विक विथीय सेवा क्षेत्र की मोर्गन स्टेनली ने अपने ताजा विश्लेषण नोट में इस सौदे के बारे में कहा है कि आरकाम की वायरलैस परिसंपथियों का अधिग्रहण करने से रिलायंस जियो की लागत कम होगी और व्यावसायिक तालमेल बेहतर होगा लेकिन इससे रिलायंस जियो की मूल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) का कर्ज निकट भविष्य में 10 से 12 प्रतिशत बढ़ सकता है। दोनों कंपनियों के बीच यह सौदा जनवरी से मार्च 2018 के बीच पूरा होने की उम्मीद है।
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