नई दिल्ली : सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग (एमएसएमई) क्षेत्र को अर्थव्यवस्था की रीढ़ करार देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि यह क्षेत्र अर्थव्यवस्था में मजबूती के मौजूदा दौर की अगुवाई करेगा। जेटली ने यहां एमएसएमई के लिए अपनी तरह के पहले ‘धारणा सूचकांक’ क्रिसिडएक्स की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जहां तक अर्थव्यवस्था का सवाल है तो बीते दो साल में बहुत बड़े ढांचागत सुधारों से गुजरने के बाद अब यह भी सुदृढ़ीकरण के चरण में है।
सुदृढ़ीकरण के इस चरण की अगुवाई भी एमएसएमई क्षेत्र करेगा। जेटली ने कहा कि इस क्षेत्र की स्थिति अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और उठाए गए अनेक कदमों के मद्देनजर इस क्षेत्र का औपचारिक अर्थव्यवस्था में एकीकरण तेज हुआ है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई सबसे बड़े नियोक्ता क्षेत्रों में से एक है। यह ऐसा क्षेत्र है जहां लोग अपने उद्यमिता कौशल का ही प्रदर्शन नहीं करते बल्कि इस प्रक्रिया में रोजगार प्रदाता भी बन जाते हैं। जेटली ने कहा कि बड़ी जनसंख्या वाले देश में चाहे सरकार हो या बड़े उद्योग रोजगार की गुंजाइश बहुत सीमित रहती है।
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