नई दिल्ली : दिवालिया कंपनी एस्सार स्टील के कर्जदाताओं ने आर्सेलर मित्तल की बोली को सबसे बड़ी बिड के रूप में चुना। लक्ष्मीनिवास मित्तल के स्वामित्व वाली दुनिया की सबसे बड़ी स्टील कंपनी आर्सेलर मित्तल उत्तम गाल्वा और केएसएस पेट्रोन को 7,469 करोड़ रुपए पहले चुकाने के लिए तैयार है। दोनों कंपनियों ने एस्सार स्टील को यह कर्ज दिया था।
एस्सार स्टील दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही है। इस पर 49,000 करोड़ का कर्ज है। कंपनी के अधिग्रहण की रेस में आर्सेलर मित्तल और वेदांता शामिल हैं। रेस में शामिल न्यूमेटल सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक तय समय सीमा में आर्सेलर मित्तल का कर्ज चुकाने का संशोधित प्रस्ताव नहीं दे पाई। जबकि, आर्सेलर मित्तल उत्तम गाल्वा और केएसएस पेट्रोन का बकाया चुकाने को तैयार हो गई।
कोर्ट ने 4 अक्टूबर को डेडलाइन 2 हफ्ते बढ़ाई थी। आर्सेलर मित्तल ने एस्सार स्टील के अधिग्रहण के लिए वेदांता से 2000 करोड़ रुपए ज्यादा का ऑफर दिया। आर्सेलर 35000 करोड़ रुपए के अग्रिम भुगतान और 8000 करोड़ रुपए कंपनी में लगाने को तैयार है। वेदांता ने 35000 करोड़ के अग्रिम भुगतान, 5000 करोड़ रुपए कंपनी में लगाने और 1000 करोड़ अगले तीन साल में निवेश करने का प्रस्ताव दिया था।