भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के धार्मिक अवतार पर बुधवार को निशाना साधते हुए इशारों ही इशारों में रावण से उनकी तुलना की।
विजयवर्गीय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हमने रामचरित मानस पढ़ी है जिसमें बताया गया है कि रावण माता सीता का हरण करने साधु के वेश में गया था। यह रावणी मानसिकता है कि प्रजातंत्र की सीता का हरण करने के लिये हम गले में दुपट्टा डाल लें, जनेऊ पहन लें और तिलक लगा लें। लेकिन जनता सब समझती है और वह इस रावणी प्रवृत्ति के साथ कभी नहीं जा सकती।’
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मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के जारी प्रचार के दौरान राहुल के धार्मिक स्थलों में नजर आने के बारे में पूछे गये सवाल पर भाजपा महासचिव ने यह प्रतिक्रिया दी।
विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर हाल ही में वायरल वीडियो को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर तंज कसा। इस वीडियो में दिग्विजय कथित रूप से कह रहे हैं कि उनके भाषण देने से कांग्रेस के वोट कटते हैं। इसलिए वह पार्टी के लिये चुनाव प्रचार करने नहीं जा रहे हैं।
भाजपा महासचिव ने कहा, ‘दिग्विजय ने यह बात अपनी कुंठा में कही है। आम तौर पर नर्मदा परिक्रमा के बाद लोगों में वैराग्य का भाव आ जाता है। लेकिन इस धार्मिक यात्रा के बाद भी दिग्विजय में वैराग्य का भाव नहीं आया है। लिहाजा कांग्रेस ने उन्हें वैराग्य प्रदान कर दिया है।’
उन्होंने कटाक्ष किया, ‘दिग्विजय को चुनावी सभाओं में भाषण देने से रोका जाता है। हम तो चाहते हैं कि वह इन सभाओं में खूब भाषण दें।’