हैदराबाद : भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री को युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ की बल्लेबाजी में आधुनिक युग के दो सफलतम बल्लेबाज के साथ एक ऐसे बल्लेबाज की झलक दिखती है जिसने बल्लेबाजी के नियमों के दायरे से हटकर खेलकर सफलता पायी। शास्त्री ने कहा कि 18 साल के इस सलामी बल्लेबाज में सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा और वीरेन्द्र सहवाग की झलक दिखती है।
भारतीय कोच ने कहा, ‘‘उसका जन्म क्रिकेट खेलने के लिए ही हुआ है। वह आठ साल की उम्र से मुंबई के मैदानों में खेल रहा है। आप उसकी कड़ी मेहनत देख सकते हो। दर्शकों को भी उसका खेल शानदार लगता है। उसमें थोडी सचिन की और थोड़ी सहवाग की झलक दिखती है और जब वह चलता है तो उसमें लारा की भी झलक दिखती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर पृथ्वी शॉ खुद को एकाग्र रखता है और खेल पर ध्यान देता है तो उसका भविष्य उज्ज्वल है।
पृथ्वी ने की वीरू के इस बड़े रिकॉर्ड की बराबरी
उन्होंने कहा, ‘‘एक खिलाड़ी के तौर बेंच पर बैठना काफी निराश करने वाले वाला होता जैसा उमेश के साथ चार मैचों में हुआ। सिर्फ ग्यारह खिलाड़ी खेल सकते हैं। भारतीय कोच ने इस मौके पर विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की भी तारीफ की और लोकेश राहुल का बचाव किया। शास्त्री ने कहा, ‘‘ पंत ने भी मौकों को पूरी तरह से भुनाया। उसने टीम में अपनी जगह मजबूत कर ली है।