नई दिल्ली : दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार राजधानी की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजूबत बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। इसी कड़ी में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मंगलवार को राजघाट डिपो से 100 नई बसों को झंडी दिखाकर रवाना किया। 37 सीटों वाली इन बसों में हाइड्रोलिक लिफ्ट, पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरे एवं जीपीएस सहित सभी आधुनिकतम सुविधाएं हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 25 अक्टूबर को भी 104 नई बसों को द्वारका सेक्टर 22 डिपो से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इसके बाद गत सात नवंबर को भी राजघाट डिपो से 100 बसें रवाना हुई थीं। नवंबर के अंत में राजघाट डिपो से ही 100 बसों की शुरुआत हुई थी। इस तरह पिछले चार माह में सार्वजनिक परविहन बेड़े में 429 नई बसें शामिल हो गई हैं।
इस अवसर पर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि आज बेहद खुशी का दिन है। हमें 100 नई अल्ट्रा मॉडर्न बसें मिली हैं जो सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस, पैनिक बटन और हाइड्रोलिक लिफ्ट के साथ अन्य सुविधाओं से सुसज्जित हैं। नई बसों में तीन सीसीटीवी कैमरे हैं, हर वैकल्पिक सीट पर एक पैनिक बटन है और अगर एक पैनिक बटन दबाया जाता है तो एक बड़ा हूटर कमांड सेंटर को सक्रिय करता है।
300 इलेक्ट्रिक बसों के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू
डीटीसी भी 300 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के लिए टेंडर जारी कर चुका है। ये बसें 1,000 क्लस्टर ई-बसों के अतिरिक्त होंगी, जिन्हें पहले से ही मौजूदा बेड़े में जोड़ा जाना तय है। इसकी टेंडर प्रक्रिया के 15 दिसंबर तक पूरा होने की संभावना है। 1,000 लो-फ्लोर, एसी, सीएनजी-रन क्लस्टर बसों के लिए वित्तीय बोली भी खोली गई है।
ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था होगी सुदृढ़
एक हजार नई बसों के आने से दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था मजबूत हो जाएगी। यह क्षेत्र अब तक बसों की कमी का सामना कर रही था। मेट्रो स्टेशनों, अस्पतालों और ट्रैफिक इंटरचेंज हब के लिए कश्मीरी गेट, आनंद विहार टर्मिनल और सराय काले खान में मेट्रो स्टेशनों, कनेक्टिविटी प्रदान करने वाले अतिरिक्त मार्गों को इन बसों द्वारा सेवा दी जाएगी।