दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने शुक्रवार को मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर अब तक कुल 123 प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं तथा 630 लोगों को गिरफ्तार किया गया है या हिरासत में लिया गया है।
प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि फारेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला दलों को बुलाया गया है और अपराध के दृश्यों का फिर से मुआयना किया जा रहा है। दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा में मृतक संख्या बढ़कर 42 हो गयी है।
सांप्रदायिक संघर्षों में 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनके कारण मुख्य रूप से जो क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, उनमें जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खुरेजी खास और भजनपुरा शामिल हैं।
दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में हुई हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है। जीटीबी अस्पताल में 38, जबकि लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में तीन लोगों की मौत हुई है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में इस सप्ताह की शुरुआत में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थक व विरोधियों के बीच हुई हिंसा के दौरान काफी तबाही देखने को मिली। इस दौरान सैकड़ों मकानों, दुकानों, स्कूल, फैक्टरियां और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
इस इलाके में तीन दिनों तक हुई हिंसक वारदातों में लगभग 200 लोग घायल हुए हैं, जिसमें से कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। फिलहाल हालात नियंत्रण में है और जांच के लिए क्राइम ब्रांच के अंतर्गत एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है।