आप सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी एक दस्तावेज में कहा गया कि राष्ट्रीय राजधानी में 2018-19 में 13 साझा दूषित जल शोधन संयंत्रों (सीईटीपी) से एकत्रित हर पांच में से एक नमूने ने तय मानकों को पूरा नहीं किया।
इन 13 सीईटीपी में से, पांच संयंत्र जून 2018 में ‘टीडीएस’ (कुल घुलित खनिज) के मानकों को पूरा नहीं कर पाए।
आप सरकार द्वारा जारी ‘परिणामी बजट’ में कहा गया कि दूषित जल शोधन संयंत्रों से एकत्रित 15 प्रतिशत अशुद्ध जल के नमूने तय मानकों को पूरा नहीं कर पाए।
‘परिणामी बजट’ करीब दो हजार संकेतकों के जरिये दिल्ली सरकार की 567 योजनाओं के क्रियान्वयन पर गौर करता है।
राष्ट्रीय राजधानी के 26 संचालित वायुगुणवत्ता निगरानी स्टेशनों ने 2018-19 में 24 दिन में ‘‘गंभीर एवं गंभीर से अधिक’’ श्रेणियों में वायु गुणवत्ता दर्ज की।