संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत में सीएए हिंसा को लेकर विपक्ष संसद में सत्ता पक्ष पर दबाव बनाने लगा है। सीएए हिंसा में अबतक मरने वालो की संख्या 47 हो गई है। सत्र के शुरू होते ही आम आदमी पार्टी और टीएमसी के सांसदों ने संसद भवन परिसर में गांधी मूर्ति के सामने धरना और प्र्दशन कर अपनी मंशा जाहिर कर दी।
इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने हिंसा की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति की मांग की है। इस मुद्दे पर संजय सिंह ने मीडिया को बताया “हम हिंसा की संयुक्त संसदीय कमेटी से जांच की मांग करते हैं। इसमें सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट को भी शामिल किया जाए।” इसके साथ ही संजय सिंह ने कहा, “जिन नेताओं ने भड़काऊ बयान दिए हैं उन सबका नार्को टेस्ट होना चाहिए।” संजय सिंह का कहना था कि ताहिर हुसैन का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए।
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संजय सिंह ने जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर की टाइमिंग पर भी सवाल उठाया। संजय सिंह ने कहा, “उन्होंने जिस दिन सुनवाई की उसके बाद रातों रात ट्रांसफर कर दिया गया।” संजय सिंह ने आरोप लगाया कि दिल्ली में सुनियोजित तरीके के आग भड़काई गई।
गौरतलब है कि आज से संसद के बजट सत्र का दूसरा भाग शुरू हो रहा है। सत्र ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब दिल्ली में हिंसा के बाद स्थिति तो सामान्य होने लगी है लेकिन राजनीति गरमाने लगी है। विपक्षी दलों ने साफ कर दिया है कि दिल्ली हिंसा और अर्थव्यवस्था को लेकर संसद में सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे और गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की भी मांग करेंगे।