नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को ओखला विधानसभा के न्यू फ्रेंडस कॉलोनी स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय में 11,000 नए क्लास रूम बनाने का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने चुनावी वादे 500 नए स्कूल से दोगुणा काम करने का भी दावा किया। उनका कहना है कि दिल्ली में पहले 1100 स्कूलों में 24,000 कमरे थे, अब उनकी सरकार 21,000 नए कमरे बनवा रही है, जिसमें से आठ हजार का काम पूरा हो चुका है। यह 1000 नए स्कूलों के बराबर है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि न सिर्फ स्कूलों में वर्ल्ड क्लास इमारतें बन रहीं हैं बल्कि शिक्षकों और प्रिंसिपलों को दुनिया के बेहतरीन संस्थानों में ट्रेनिंग भी दिलाई जा रही है, जिससे शिक्षा का स्तर ऊंचा उठ रहा है। यही वजह है कि न सिर्फ उनके दो विधायकों अमानतुल्लाह और गुलाब सिंह ने अपने बच्चों निजी स्कूलों से निकलवाकर सरकारी स्कूलों में नामांकन कराया है, बल्कि पिछले दो साल से सरकारी स्कूलों का रिजल्ट निजी स्कूलों से बेहतर हो रहा है और हर साल इन सरकारी स्कूलों के ढाई सौ से ज्यादा बच्चे इंजीनियरिंग में भर्ती हो रहे हैं। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार रॉकेट स्पीड में काम कर रही है।
वे तो दूसरे ही साल में 20 हजार क्लास रूम बनाना चाहते थे, लेकिन केंद्र सरकार हर फाइल को ही रोक लेती है। इसलिए अगले चुनाव में वे आम आदमी पार्टी का हाथ मजबूत करें, ताकि स्कूलों का विकास तेजी से हो सके। उन्होंने कहा कि देश भक्ति और मोदी भक्ति एक साथ नहीं हो सकती है। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दुनिया के किसी भी बेहतरीन कॉलेज की इमारत से भी बढिया इमारत उन्होंने दिल्ली सरकार के स्कूलों में बनवाई है। उनका कहना है कि सरकार ने 25 नए स्कूल बनवा दिए हैं तो 31 का काम चल रहा है, वहीं 78 का नक्शा बनाया जा रहा है।
उन्होंने वहां मौजूद अभिभावकों से अपील की कि अगर वे अपने बच्चों से प्यार करते हैं, तो मोदी को वोट देने के बजाए उन्हें वोट दें, जो नए क्लास रूम बना रहा है। अगर उन्हें नहीं जिताया तो भविष्य में इन स्कूलों में बच्चों की पढाई के बजाए लोगों की शादियां होने लगेगी। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि इन नए बनने वाले क्लास रूम के निर्माण की देख-रेख अपने घर की तरह करेंगे।