नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर को लेकर पूरे देश में हलचल मची हुई है। ऐसे में हर इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वही दूसरी तरफ एशिया की अति सुरक्षित जेल तिहाड़ में बंद अलगाववादी नेताओं और पाकिस्तानी कैदियों व आतंकवादियों पर प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है। उन पर पैनी नजर रखी जा रही है।
साथ ही उन्हें स्थानीय कैदियों से दूर रखा जा रहा है, ताकि जेल के अंदर कोई अनहोनी घटना ना घट जाए। बता दें कि तिहाड़ जेल में जम्मू-कश्मीर के करीब एक दर्जन से अधिक अलगाववादी नेता बंद हैं। वहीं पाकिस्तानी आतंकवादी की संख्या करीब 30 है, जबकि 100 से ज्यादा कश्मीर के कैदी बंद है। ऐसे में तिहाड़ जेल प्रशासन सुरक्षा के मद्देनजर उनकी निगरानी बढ़ा दी है।
तिहाड़ जेल के प्रवक्ता व एआईजी राजकुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर वाले मामले में कैदियों का कोई वास्ता नहीं है। जेल में शांति का माहौल है, हालांकि इन कैदियों की निगरानी जरूर बढ़ा दी गई है। तिहाड़ जेल अधिकारी सूत्रों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने के ऐलान के बाद से जेल के अंदर और बाहर सुरक्षाकर्मियों को चौकन्ना कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक अलगाववादी नेता शब्बीर शाह जेल नंबर-4 में कैद है। वहीं जेल नंबर-8 में यासीन मलिक को रखा गया है। जम्मू-कश्मीर मामले के बाद इनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।