नई दिल्ली : पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने बिजली बिल के फिक्स चार्ज में बढ़ोतरी और पेंशन फंड के रूप में दिल्ली की जनता पर अनावश्यक खर्चे डालने के नाम पर दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को घेरा है। प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में शीला दीक्षित ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार आम जनता पर अप्रत्यक्ष रूप से बिजली के बिलों में फिक्स चार्ज बढ़ोतरी और पेन्शन फंड के नाम पर अनावश्यक खर्चे का बोझ डालकर दिल्ली की बिजली वितरण कम्पनियों के माध्यम से खुली लूट कर रही है।
उन्होंने कहा कि पहले तो दिल्ली सरकार ने आम नागरिकों और किराएदारों की सहूलियत के नाम पर दिल्ली में लाखों बिजली के नए मीटर लगवाकर वाहवाही लूटने का ड्रामा किया और फिर बिजली के फिक्स चार्ज में बेतहाशा वृद्धि करके बिजली कम्पनियों को फायदा पहुंचाया और दिल्लीवासियों के विश्वास के साथ धोखा किया। इस मौके पर मौजूद दिल्ली सरकार के पूर्व बिजली मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हारुन यूसूफ ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष में बिजली कम्पनियों ने दिल्लीवासियों से फिक्स चार्ज के नाम 7401 करोड़ रुपए वसूले हैं।
उन्होंने बताया कि एक अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 तक बीवाईपीएल ने फिक्स चार्ज के नाम पर 1139 करोड़ रुपए, बीआरपीएल ने 2096 करोड़ रुपए और टीपीडीडीएल ने 1474 करोड़ रुपए दिल्लीवासियों से वसूले। अगर इसी प्रतिशत दर से इसमें 31 जुलाई तक का हिसाब जोड़ा जाए जो 1569 करोड़ रुपए बनता है तो फिक्स चार्ज के रुप में कुल राशि 6278 करोड़ रुपए बनती है और फिर इसके उपर 16.3 प्रतिशत की दर से पेन्शन फंड के नाम पर 1023 करोड़ रुपए दिल्लीवासियों की जेब से वसूले जाएंगे। कुल मिलाकर 7401 करोड़ रुपए दिल्लीवासियों से अनावश्यक रूप से वसूले जा रहे हैं। इस बैठक में दिल्ली कांग्रेस के कई अन्य नेतागण भी मौजूद रहे।