दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले और उसके दो सहयोगियों को नगर निकाय चुनाव में एक पार्टी कार्यकर्ता की पत्नी को टिकट देने के एवज में कथित तौर पर 90 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
AAP के टिकट की डिमांड भी काफी ज्यादा थी
इस मामले को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि एसीबी की कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि अगर किसी ने टिकट के लिए किसी से पैसे लिए या दिए हैं, लेकिन फिर भी उसे टिकट नहीं मिला। यानी आम आदमी पार्टी इस कसौटी पर खरी उतरी है कि यहां टिकट के पैसे से काम नहीं चलता। दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी समझ चुकी है कि एमसीडी चुनाव में उसकी हार हो रही है और आम आदमी पार्टी प्रचंड बहुमत से जीत रही है।
जाहिर सी बात है कि आम आदमी पार्टी के टिकट की डिमांड भी काफी ज्यादा थी। आम आदमी पार्टी में और उसके आसपास कई लोग रहते थे जो आप के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे।
एसीबी के मुताबिक....
बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मामला सोमवार को उस समय प्रकाश में आया, जब गोपाल खारी नाम का एक व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर एसीबी के पास पहुंचा। खारी ने दावा किया कि वह साल 2014 से ‘आप’ से एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जुड़ा हुआ है।
एसीबी ने बताया कि खारी ने पिछले बुधवार को मॉडल टाउन के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी से मुलाकात कर अपनी पत्नी को कमला नगर के वार्ड नंबर 69 से पार्षद चुनाव के लिए ‘आप’ का टिकट दिलाने का अनुरोध किया था। एसीबी के मुताबिक, त्रिपाठी ने टिकट के बदले कथित तौर पर 90 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसके बाद खारी ने उन्हें 35 लाख रुपये का भुगतान किया था।