नई दिल्ली : दिल्ली मेट्रो व डीटीसी की बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा योजना को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) जनता के बीच रायशुमारी कराएगी। मुख्यमंत्री निवास पर आयाेजित एक प्रेसवार्ता में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा प्रस्तावित महिलाओं के लिए मेट्रो और बसों में मुफ्त यात्रा योजना के मुद्दे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पार्टी के सभी विधायकों एवं निगम पार्षदों की बैठक का आयोजन किया।
बैठक में तय हुआ कि अगले एक सप्ताह में सभी विधायक और निगम पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में जनता के बीच छोटी-छोटी सभाओं का आयोजन कर महिलाओं के लिए मेट्रो और बसों में मुफ्त यात्रा योजना पर जनता की राय लेंगे। उन्होंने बताया कि अगले एक सप्ताह में पूरी दिल्ली के अंदर लगभग एक हजार सभाओं का आयोजन किया जाएगा। सभी विधायकों, पार्षदों एवं महिला संगठन के पदाधिकारियों को कम से कम 10-10 सभाएं करने का लक्ष्य दिया गया है।
सभी लोग अपने-अपने क्षेत्रों में 10-10 सभाएं करके जनता की राय लेंगे। सिसोदिया ने कहा कि यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि इससे न केवल महिलाओं की सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिलेगा।
आज जो महिलाएं खराब माहौल और डर की वजह से दूरदराज इलाके में रोजगार के लिए जाने से डरती हैं। मेट्रो व बसों में मुफ्त सफर से उनके भीतर का यह डर भी खत्म होगा और महिलाओं में रोजगार का स्तर बढ़ेगा। इससे देश की और दिल्ली की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
मेट्रो मेंटेनेंस का खर्च बढ़ाएगी महिलाओं की मुफ्त सफर योजना
दिल्ली मेट्रो में महिलाओं की मुफ्त सफर योजना मेट्रो मेंटेनेंस का खर्च बढ़ा सकती है। संभावना है कि योजना लागू होने के बाद मेट्रो में यात्रियों की संख्या, एक चौथाई तक अतिरिक्त बढ़ जाएगी, जबकि वर्तमान में मेट्रो में उपलब्ध सुविधाओं में ज्यादा विस्तार होने की संभावनाएं कम हैं। यदि ऐसा होता है तो वर्तमान सुविधाओं में ही बड़े हुए यात्री सफर करेंगे, इसका सीधा असर मेट्रो की मेंटेनेंस पर पड़ेगा।
इस संबंध में दिल्ली मेट्रो के एक अधिकारी ने बताया कि मेट्रो कोच में यात्रियों की क्षमता निश्चित है, यदि इसमें क्षमता से अधिक यात्री सफर करेंगे तो उसमे नुकसान होने की संभावनाएं ज्यादा बढ़ जाएंगी। उन्होंने कहा कि अभी पीक आवर के दौरान मेट्रो के कई रूटों पर काफी भीड़ रहती है। मुफ्त सफर की योजना लागू होने के बाद यह भीड़ और बढ़ जाएगी। ऐसे में मेट्रो में होने वाले नुकसान की मात्रा बढ़ेगी, जिसपर मेट्रो को अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा।
बढ़ रहा मेट्रो व्यय… मेट्रो में यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ व्यय भी लगातार बढ़ रहा है। वार्षिक रिपोर्ट 2017-18 के अनुसार वर्ष 2017-18 में मेट्रो ने परिचालन व्यय, कर्मचारी लाभ व्यय, वित्त लागत, मूल्यहास एवं ऋणशोधन व्यय व अन्य व्यय पर वर्ष 2017 में 5736 करोड़ 8 लाख 58 हजार रुपए व्यय किया था जबकि वर्ष 2018 में यह बढ़कर 6356 करोड़ 3 लाख 57 हजार रुपए पर पहुंचा है। वहीं मेट्रो अधिकारी का कहना है कि मेट्रो व्यय में लगातार वृद्धि हो रही है। महिलाओं की मुफ्त सफर योजना लागू होने के बाद इसमें तेजी से वृद्धि होगी।