दिल्ली के सर्विस विवाद मामले को लेकर राज्यसभा में इस बिल को रोकने के लिए दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल बंगाल, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत के बाद अब उत्तर प्रदेश के बड़े नेताओं से समर्थन प्राप्त कर रहे हैं। अब उन्हें यूपी की सबसे बड़ी क्षेत्रीय दल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव का समर्थनमिल गया है।
जिसके बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर हम सर्विस विवाद मामले में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को राज्यसभा में रोकने में कामयाब हुए तो 2024 में बीजेपी की सत्ता से वापसी तय होगी। इस दौरान उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव व उनके समर्थकों का आभार जताया और कहा कि विपक्ष के सभी बड़े नेताओं से मिलकर हम उनके तानाशाही का डटकर मुकाबला करेंगे।
राज्यसभा के 238 में से बीजेपी के पास कुल 93 वोट हैं
आपको बता दें कि केंद्र सरकार लाए गए इस अध्यादेश को दोनों सदनों यानी लोकसभा और राज्यसभा से पास होना होगा। लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों को मिलाकर अच्छी संख्या है, लेकिन राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी को 2/3 बहुमत के साथ एक अच्छी संख्या की जरूरत होगी। तो वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद दिल्ली सीएम ने कहा कि राज्यसभा के 238 में से बीजेपी के पास कुल 93 वोट हैं।
अगर विपक्षी दल सभी लोग मिलकर इस अध्यादेश के खिलाफ राज्यसभा में वोट करेंगे तो यह बिल राज्यसभा में पास नहीं होगा और यह अध्यादेश कानून नहीं बन पाएगा. इस बिल के वापस होने के बाद देश में एक सख्त संदेश जाएगा कि प्रधानमंत्री मोदी 2024 में सत्ता में वापसी नहीं कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का आभार भी जताया।
राज्यसभा में इस अध्यादेश के खिलाफ वोट करेंगे
दरसअल, अखिलेश यादव ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को भरोसा जताते हुए कहा कि उनके जितने भी सदस्य हैं। वह आम आदमी पार्टी का समर्थन करेंगे और राज्यसभा में इस अध्यादेश के खिलाफ वोट करेंगे। निश्चित तौर पर विपक्ष के इन बड़े नेताओं के समर्थन के बाद आम आदमी पार्टी राज्यसभा में इस अध्यादेश के खिलाफ एक अच्छी स्थिति की ओर बढ़ती जा रही है।