देश में जब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार केंद्र की सत्ता में आई है, तभी से भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी अपनी ही पार्टी के खिलाफ कई बार तल्ख बयानबाजी कर चुके है। तो वहीं, स्वामी कई बार पीएम मोदी से भी तीखी सवाल पूछ चुके है।
ऐसे में सुब्रमण्यम स्वामी ने तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की है। सुब्रमण्यम स्वामी की गिनती भाजपा के अंसतुष्ट नेताओं में होती है। बुधवार को दोनों नेताओं की मुलाकात दिल्ली स्थित साउथ एवेन्यू में हुई थी। सुब्रमण्यम स्वामी यहां ममता बनर्जी से मुलाकात करने पहुंचे थे।
सुब्रमण्यम स्वामी करीब 20-25 मिनट तक ममता बनर्जी के साथ रहे
बताया जा रहा है कि सुब्रमण्यम स्वामी करीब 20-25 मिनट तक ममता बनर्जी के साथ रहे। ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद स्वामी ने टीएमसी में शामिल होने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा मैं तो आलरेडी जॉइंड हूं। मैं तो सभी समय उनके साथ हीं….हालांकि, इसके बाद उन्होंने साफ जवाब नहीं दिया।
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पीएम मोदी के सामने यह मुद्दे उठाएंगी ममता
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी आज पीएम मोदी से भी मिलेंगी। लेकिन पीएम से मुलाकात से पहले सुब्रमण्यम स्वामी से उनकी मुलाकात को लेकर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं। इस बात की उम्मीद है कि पीएम मोदी से मुलाकात में ममता बनर्जी पीएम के सामने सीमा सुरक्षा बल का अधिकार क्षेत्र बढ़ाये जाने तथा त्रिपुरा में हो रहे अत्याचारों के मुद्दे उठाएंगी।
ममता बनर्जी की रोम यात्रा रद्द होने पर स्वामी ने उठाए थे सवाल
आपको याद दिला दें कि कुछ वक्त पहले ममता बनर्जी की रोम यात्रा रद्द होने पर बीजेपी के राज्यसभा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि ममता बनर्जी क्यों रोम जाने से रोका गया है। सुब्रमण्यम स्वामी लगातार बीजेपी सरकार पर निशाना साधते रहते हैं। कई बार वह आर्थिक मसलों पर पीएम मोदी को घेर चुके हैं।
ममता बनर्जी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की
ममता बनर्जी बीजेपी विरोधियों को एकजुट करने में जुटी हुई हैं। ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे के दौरान हाल ही में कांग्रेस के पूर्व नेता अशोक तंवर और कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद टीएमसी में शामिल हो गए हैं। तीनों नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद आजाद ने कहा, ‘‘मैं ममता बनर्जी के नेतृत्व में काम करूंगा और मैं जमीन पर काम शुरू करूंगा। भाजपा की राजनीति विभाजनकारी है और हम इसका मुकाबला करेंगे। आज ममता बनर्जी जैसे व्यक्तित्व की देश को जरूरत है, जो इसे सही दिशा दिखा सकती हैं।’’