पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध के बावजूद इसके सदस्यों की गिरफ्तारी पूरे देश में जारी है। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को पीएफआई के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने के बाद दिल्ली पुलिस की यह पहली गिरफ्तारी की है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीएफआई के चार सदस्यों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
छापेमारी में समूह से जुड़े 33 लोगों को हिरासत में लिया था
हालांकि उन्होंने आरोपियों के नाम बताने से इनकार कर दिया। दिल्ली पुलिस ने हाल हे में पीएफआई के खिलाफ शाहीनबाग थाने में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया था।
केंद्र सरकार द्वारा 28 सितंबर को पीएफआई पर बैन लगाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पीएफआई सदस्यों की गिरफ्तारी का यह पहला मामला है। इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने छह जिलों में फैली पीएफआई की इकाइयों पर छापेमारी कर कथित रूप से समूह से जुड़े 33 लोगों को हिरासत में लिया था।
गिरफ्तारी का आंकड़ा 200 के करीब
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 28 सितंबर को पीएफआई और उससे संबद्ध संगठनों – रिहैब इंडिया फाउंडेशन (आरआईएफ), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (एआईआईसी), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (एनसीएचआरओ) और अन्य पर कथित आतंकवादी गतिविधियों का हवाला देते हुए प्रतिबंध लगा दिया था। देखा जाए तो देश के 8 राज्यों से PFI कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का आंकड़ा 200 के करीब पहुंच गया है। खुफिया एजेंसियां भी स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं ताकि स्थिति और न बिगड़े।
शाहीन बाग में कई दस्तावेज कब्जे में ले लिए थे
सूत्रों के मुताबिक, पीएफआई के तीन कार्यालयों, जैद अपार्टमेंट के भूतल, अबू फजल एन्क्लेव जामिया नगर में हिलाल हाउस के भूतल और जामिया की तेरहवीं मंजिल को यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम, यूएपीए) की धारा 8 के तहत सील कर दिया गया था। बताया जाता है कि शाहीन बाग में जांच एजेंसियों ने मोबाइल फोन और अन्य उपकरणों समेत कई दस्तावेज भी अपने कब्जे में ले लिए थे।