तीन कृषि कानूनों के खिलाफ कई महीनों से दिल्ली सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। बुधवार को सोनीपत-कुंडली बॉर्डर पर धरना दे रहे प्रदर्शनकारी किसानों में से एक की हार्ट अटैक के चलते मौत हो गई। मृतक किसान की पहचान सोनीपत निवासी मनोज कुमार के रूप में हुई है। वह लंबे समय से किसान आंदोलन का हिस्सा रहे थे।
पुलिस ने मामले को अपने हाथों में लेते हुए जांच शुरू कर दी है। साथ किसान की मौत से अन्य प्रदर्शनकारी किसानों में गम का माहौल व्याप्त है। 34 वर्षीय मनोज कुमार सोनीपत के खानपुर गांव का रहने वाला था। वह कुंडली बॉर्डर पर भारतीय किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी के कार्यालय के पास झोपड़ी में रह रहा था।
बुधवार सुबह करीब छह बजे जब वह नहीं उठा तो साथी किसानों ने उसे उठाने का प्रयास किया। उसके नहीं उठने पर डॉक्टर को बुलाकर जांच कराई तो उन्होंने किसान को मृत घोषित कर दिया। इस पर किसानों ने कुंडली थाना पुलिस को अवगत कराया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने जांच के बाद सुबह 10: 15 बजे शव को सामान्य अस्पताल में पहुंचाया।
मामले की जांच कर रहे पुलिस थाना में तैनात हेड कॉन्स्टेबल भूपेंद्र सिंह ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि केएफसी मॉल के सामने चल रहे आंदोलन में एक किसान की हृदय गति रुकने से मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।