राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने शुक्रवार को एम्स पहुंचकर पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली। सूत्रों के अनुसार जेटली की हालात ‘‘नाजुक’’ बताई जा रही है।
राष्ट्रपति दोपहर में अस्पताल आए जबकि शाह और आदित्यनाथ रात 11 बजकर 15 मिनट पर जेटली को देखने अस्पताल पहुंचे ।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी इस दौरान वहां मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार जेटली (66) की स्थिति नाजुक है और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनके उपचार पर नजर रख रही है। वह आईसीयू में हैं।
बता दे कि जेटली के स्वास्थ्य के संबंध में एम्स ने नौ अगस्त को एक बयान जारी किया था। इसके बाद एम्स की तरफ से श्री जेटली के स्वास्थ्य को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है।
सूत्रों का कहना है कि श्री जेटली के फेफड़ में पानी इकट्ठा होने से उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है, इसलिए उन्हें वेंटिलेटर पर रखा हुआ है।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू शनिवार को श्री जेटली की कुशलक्षेम पूछने एम्स गए थे। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के अलावा अन्य लोग भी पिछले दिनों पूर्व वित्त मंत्री का हालचाल जानने एम्स गए थे।
श्री जेटली का गुर्दा प्रत्यारोपण हो चुका है। वह मधुमेह के भी मरीज हैं। सूत्रों के अनुसार पूर्व वित्त मंत्री को साफ्ट टिशू सरकोमा भी है जो एक प्रकार कैंसर ही होता है।
जेटली बीमारी की वजह से इस बार मोदी मंत्रिमंडल में नहीं हुए शामिल !
पेशे से वकील जेटली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत पहली मोदी सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अरुण जेटली ने पिछली मोदी सरकार में वित्त मंत्रालय के साथ-साथ कुछ समय के लिए रक्षा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाली थी। इन्हीं वित्तमंत्री रहते हुए मोदी सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी लागू करने जैसे कड़े फैसले ले पाई।
बीमारी की वजह से इस बार वह मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए। बीमारी के बावजूद वह मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रमों पर करीबी नजर रखते रहे हैं। अक्सर वह प्रमुख मुद्दों पर ब्लॉग लिखकर या फिर ट्वीट कर अपनी राय जाहिर करते हैं।
अरुण जेटली लंबे वक्त से चल रहे हैं बीमार !
बता दे की अरुण जेटली लंबे वक्त से बीमार चल रहे हैं। उन्हें किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारी है। मई साल 2018 में उनका किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन करवा था। साथ ही जेटली कैंसर का भी सामना कर रहे हैं। बता दे कि पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के बाएं पैर में कैंसर (सॉफ्ट टिश्यू) है। वह इसकी सर्जरी के लिए जनवरी 2019 में अमेरिका भी गए थे।
सितंबर 2014 में डायबिटीज मैनेज के लिए उनकी गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी भी हो चुकी है। जबकि साल 2005 में उनका दिल से जुड़ा ऑपरेशन भी हुआ था।
पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के पिछले कार्यकाल में वह वित्त मंत्री थे। पर 2019 में जब बीजेपी-मोदी को शानदार बहुमत मिला तो जेटली ने साफ किया कि वह अपने स्वास्थ्य के मद्देनजर नई सरकार में किसी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं चाहते।
राज्यसभा सांसद हैं अरुण जेटली
साल 2000 से अरुण जेटली राज्यसभा के सांसद हैं। पिछले साल मार्च में उन्हें उत्तर प्रदेश से फिर से राज्यसभा का सांसद चुना गया है। वह करीब 100 दिन तक वित्त मंत्रालय से बाहर रहे। इस दौरान रेल, कोयला मंत्री पीयूष गोयल को वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। 23 अगस्त 2018 को वह वित्त मंत्री के रूप में वापस काम पर लौटे।