ऋषिकेश : गंगा कार्यकर्ता जी डी अग्रवाल के यहां एम्स में निधन के दो दिन बाद नदी के संरक्षण के लिए उपवास पर बैठे एक अन्य व्यक्ति को शनिवार को सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया। संत गोपालदास (36) पिछले 110 दिनों से गंगा की रक्षा के लिए उपवास पर हैं। उन्होंने तीन दिन पहले पानी पीना भी छोड़ दिया था। एम्स, ऋषिकेश के कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक ब्रिजेंद्र सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें तड़के तीन बजकर 45 मिनट पर एम्स लाया गया और आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया।
उन्होंने बताया कि कार्यकर्ता का एम्स के एंडोक्रिनोलॉजी वार्ड में इलाज चल रहा है। एम्स में उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों के दल की प्रमुख मीनाक्षी धर ने बताया कि लंबे समय से उपवास करने के चलते संत गोपालदास की हालत खराब है। उनमें पानी की भी कमी है। उनके शरीर में शर्करा का स्तर गिरकर 65 पर पहुंच गया है।
उन्होंने कुछ भी खाने या इलाज कराने से इनकार कर दिया है जिसके कारण उन्हें अंत: शिरा (नसों) के जरिये तरल भोजन दिया जा रहा है।प्रशासन ने गोपालदास की जान बचाने के लिए उन्हें जबरन खिलाने समेत कोई भी कदम उठाने की एम्स को अनुमति दे दी है। संत गोपालदास ने बद्रीनाथ में गंगा नदी की तलहटी में खनन के खिलाफ अपना उपवास शुरू किया था और वह 24 जून से ऋषिकेश में गंगा के बाग घाट और त्रिवेणी में उपवास कर रहे थे। उनके समर्थक अरविंद हटवाल ने एम्स में यह जानकारी दी।