दिल्ली के भाजपा नेता तेजिंदर पाल बग्गा ने महात्मा गांधी की हत्या और 1984 दंगों के बीच शुक्रवार को तुलना करने का प्रयास किया और कहा कि दोनों मामलों में शामिल लोग देशभक्त नहीं थे। बग्गा ने साथ ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा से कहा कि वे सिखों के ‘‘हत्यारे’’ पर अपना रुख बतायें।
बग्गा प्रियंका गांधी के उस ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें उन्होंने भोपाल से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ बताने वाले बयान को लेकर भाजपा के ‘राष्ट्रवादी सितारों’ को अपना रुख स्पष्ट करने की चुनौती दी थी।
दिल्ली भाजपा प्रवक्ता ने किसी का नाम लिये बिना कहा कि उनकी पार्टी ने महात्मा गांधी के ‘‘हत्यारे’’ पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है और कांग्रेस महासचिव से ‘‘10,000 सिखों के हत्यारे’’ पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहती है।
लोकसभा चुनाव 2019 : MP में थम गया चौथे एवं अंतिम चरण का चुनाव प्रचार
प्रियंका ने एक ट्वीट करके कहा था, ‘‘बापू का हत्यारा देशभक्त? हे राम!’’ उन्होंने कहा था, ‘‘अपने उम्मीदवार के बयान से आपका दूरी बनाना पर्याप्त नहीं है। भाजपा के राष्ट्रवादी सितारों के पास अपना रुख स्पष्ट करने की हिम्मत है?’’
बग्गा ने ट्वीट किया, ‘‘ना बापू का हत्यारा देशभक्त हो सकता है, ना ही 10,000 सिखों का हत्यारा, दोनों ही हत्यारे हैं। खैर भाजपा ने तो अपना स्टैंड बापू के हत्यारे पर बता दिया अब आप अपना स्टैंड 10,000 सिखों के हत्यारे पर बतायें।’’
वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर, अनंत हेगड़े सहित कुछ भाजपा नेताओं के विवादास्पद बयान का संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को कहा कि पार्टी की गरिमा और विचारधारा के विपरीत इन बयानों को पार्टी ने गंभीरता से लेकर तीनों बयानों को अनुशासन समिति को भेजने का निर्णय किया है।
अमित शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि विगत दो दिनों में केन्द्रीय मंत्री अनंतकुमार हेगड़े, लोकसभा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर और सांसद नलिन कतील के जो बयान आये हैं वो उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है।